सूरत के हीरा व्यापारी ने दान किया 101 किलो सोना
मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए सूरत के हीरा व्यापारी लाखी परिवार ने 101 किलो सोना दान किया है। सूरत के बड़े हीरे कारोबारियों में से एक दिलीप कुमार वी. लाखी के परिवार के दान किए 101 किलो सोने से ही मंदिर के दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही यह दान राम मंदिर ट्रस्ट को अब तक मिला सबसे बड़ा दान है।
इन 101 किलो सोने का उपयोग राम मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को चमकाने के लिए किया जा रहा है। गर्भगृह के द्वार के साथ-साथ मंदिर के भूतल पर 14 स्वर्ण द्वार स्थापित किए गए हैं।
करीब 68 करोड़ रुपए का दान
मौजूदा वक्त में सोने की कीमत करीब 68 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम है। इस तरह से देखा जाए तो एक किलो सोने की कीमत करीब 68 करोड़ रुपए हुई और कुल 101 किलो सोने की कीमत करीब 68 करोड़ रुपए हुई। इस तरह से लाखी परिवार ने राम मंदिर को सबसे अधिक का दान दिया है।
मोरारी बापू ने दिया है 11 करोड़ा का चंदा
बता दें कि राम मंदिर को दान देने के मामले में कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू का नाम सबसे आगे है। उन्होंने राम मंदिर के लिए 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया है। अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में बैठे उनके रामभक्त अनुयायियों ने भी अलग से 8 करोड़ रुपये का दान दिया है। वहीं, राम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपये का दान दिया है। गोविंदभाई ढोलकिया डायमंड कंपनी श्रीरामकृष्णा एक्सपोर्ट्स के मालिक हैं।
इस मंदिर ने दिया सबसे अधिक चंदा?
बता दें कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण के लिए पटना का महावीर मंदिर टॉप पर है। पटना के महावीर मंदिर ने अयोध्या राम मंदिर निर्माण में 10 करोड़ रुपए का दान दिया है। अब तक मंदिर ने 8 करोड़ रुपए का दान दे दिया था, मगर महावीर मंदिर न्यास के सचिव ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र को रविवार को 2 करोड़ रुपये की अंतिम किस्त का चेक सौंपा। बता दें कि बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने 2019 में राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही महावीर मंदिर की ओर से राम मंदिर निर्माण में 10 करोड़ रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा की थी।