खाल का अवैध तरीके से निर्यात
यह भी पढ़ें टाटा को मिला नया चेयरमैन, अब ये संभालेंगे पूरी विरासत
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में गधे की खाल का उपयोग बड़े पैमाने पर होता है। इसके चलते भारत समेत दूसरे देशों से अवैध तरीके से गधों को चीन मंगवाया जा रहा है। ब्रुक इंडिया ने की स्टडी में कहा गया है कि भारत के गधों को नेपाल के रास्ते चीन भेजा जा रहा है। ब्रुक इंडिया ने भारत सरकार के एनिमल हसबेंडरी व डेयरी डिपार्टमेंट को रिपोर्ट सौंप दी है।
Free Ration: अब 2028 तक मिलेगा फ्री राशन, क्या है PMGKAY स्कीम, कैसे और किसे मिलता है इसका लाभ, जानिए इसके बारे में सब कुछ
राजस्थान समेत इन छह राज्यों पर फोकस
आरटीआई एक्ट के तहत डीजीएफटी से 2016 से 2019 तक गधों और उसकी खाल निर्यात के संबंध में जानकारी मांगी। लेकिन कोई डाटा नहीं होने से जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद ब्रुक इंडिया ने लुधियाना के शरत वर्मा से एक स्टडी करवाई। स्टडी में खुलासा हुआ कि देश में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश व गुजरात के गधों को चीन भेजा जा रहा है।लुप्त हो रहे गधों का हो संरक्षण
गधों के मेले में पहले दूर-दूर से गधे आया करते थे। गधों की संख्या कम होने का कारण मशीनीकरण माना जा रहा था लेकिन रिपोर्ट सामने आई तो सभी भौचक रह गए। सरकार को ऊंटों के संरक्षण की तरह गधा संरक्षण के लिए भी ठोस कदम उठाने चाहिए।-उम्मेद सिंह राजावत, अध्यक्ष अखिल भारतीय गर्दभ मेला विकास समिति
कहां कितने कम हुए गधे (फीसदी में)
प्रदेश वर्ष 2012 वर्ष 2019उत्तर प्रदेश 0.16 71.72
राजस्थान 0.23 71.31
गुजरात 0.11 70.94
बिहार 0.11 47.31
महाराष्ट्र 0.18 30.69