इस बैठक में उन्होंने केंद्र और राज्यों के बीच तालमेल पर जोर दिया, साथ ही कहा कि डेंगू से निपटने के लिए संयुक्त कार्य योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय डेंगू के ज्यादा केसलोड वाले राज्यों की पहचान करेगा और डेंगू नियंत्रण और प्रबंधन में उनका समर्थन करने के लिए एक्सपर्ट टीम भेजेगा।
यह भी पढ़ेँः Delhi Unlock: राजधानी में आज से मिलेंगी और रियायतें, स्कूल-कॉलेज, सिनेमा हॉल के साथ लौटेगी वीकली मार्केट की रौनक पिछले हफ्ते दिल्ली में डेंगू के 531 नए मामले दर्ज किए गए और डेंगू के डंक से इस वर्ष 6 लोगों की मौत हुई है। समीक्षा बैठक में मनसुख मांडविया ने कहा, डेंगू के हॉटस्पॉट की पहचान, दवा का छिड़काव और समय पर इलाज जैसे पहल किए जाने चाहिए।
उन्होंने परीक्षण में तेजी लाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, ‘कई गरीब लोगों का ठीक से निदान नहीं किया जाता है और उनकी मृत्यु की सूचना नहीं दी जाती है।’ उधर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर अस्पताल कोरोना वायरस मरीजों के लिए आरक्षित एक तिहाई बेडों का इस्तेमाल ‘वेक्टर’ जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए कर सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः Delhi Air Pollution: दिवाली से पहले दिल्ली की हवा हुई ‘बेहद खराब’, तीन साल की तुलना में जानिए कैसा रहा अक्टूबर यह आदेश राजधानी में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए लिया गया है। सोमवार को जारी नगर निकाय की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल डेंगू के 1,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें 280 मामले पिछले सप्ताह सामने आए हैं।
इस महीने के शुरुआती 23 दिनों में ही डेंगू के 665 मामले दर्ज किए गए। बता दें कि दिल्ली में 18 अक्टूबर को डेंगू बीमारी से पहली मौत दर्ज की गई।