इस हफ्ते दिल्ली में डेंगू की वजह से 3 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। डेंगू को लेकर ये ताजा आंकड़ा निश्चित रूप से केजरीवाल सरकार के लिए भी चिंता बढ़ाने वाला है। यह भी पढ़ेंः Delhi: केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला, अब घर बैठे लगवाएं इलेक्ट्रिक चार्जर कनेक्शन, जानिए कितनी चुकानी होगी कीमत दिल्ली में एक तरफ कोरोना के चलते कंटेनमेंट जोन में इजाफा किया गया है। वहीं दूसरी तरफ डेंगू ने भी मुश्किल बढ़ा दी है।
इस साल अब तक कुल डेंगू के मामलों की संख्या 2,708 हो गई है। वहीं, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) ने बताया कि कुल मिलाकर 9 लोगों की मौत हो चुकी है। उनमें से 6 बच्चे भी शामिल है।
दरअसल, राजधानी दिल्ली में साल 2017 में अक्टूबर तक डेंगू के 2,022 मामले दर्ज किए गए थे। जहां डेंगू के मच्छर साफ पानी और मलेरिया के गंदे पानी में पनपते हैं। वहीं वेक्टर जनित मरीजों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच सामने आते हैं, लेकिन ज्यादा बारिश होने के कारण ये मालमे दिसंबर तक भी जा सकते हैं।
बता दें कि दिल्ली में इस साल 30 अक्टूबर तक मलेरिया के 160 मामले और चिकनगुनिया के 81 मामले सामने आए हैं। बच्चों पर ज्यादा असर
डेंगू के बढ़ते मामलों का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर दिखाई दे रहा है। पिछले सप्ताह दर्ज की गई पांच मौतों में से चार बच्चे भी थे। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि बच्चों में संक्रमण होने और गंभीर लक्षण होने की संभावना ज्यादा होती है।
डेंगू के बढ़ते मामलों का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर दिखाई दे रहा है। पिछले सप्ताह दर्ज की गई पांच मौतों में से चार बच्चे भी थे। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि बच्चों में संक्रमण होने और गंभीर लक्षण होने की संभावना ज्यादा होती है।
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वहीं एक्सपर्ट्स की मानें तो डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के चलते इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, ऐसे में कोरोना के अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि पूरी तरह सावधानी रखी जाए।
वहीं एक्सपर्ट्स की मानें तो डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के चलते इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, ऐसे में कोरोना के अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि पूरी तरह सावधानी रखी जाए।