दिल्ली में आज सुबह धुंध की परत छाई रही और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के बीच शहर की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गई। राजधानी में इस सीजन में पहली बार वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर पहुंच गया। शनिवार को आनंद विहार 454 एक्यूआई के साथ राजधानी का सबसे प्रदूषित स्थान रहा. इसके बाद वजीरपुर (439), नरेला (423), अशोक विहार (428), विवेक विहार (427) और जहांगीरपुरी (438) में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई।
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दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने शनिवार को दिल्ली / एनसीआर में अधिकारियों को सभी निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। इसके अलावा ईटों के भट्टों, माइनिंग व उससे जुड़ी गतिविधियों समेत कई पाबांदियां लागू की गई हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, रेलवे और मेट्रो रेल से संबंधित आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
प्रदूषण की गिरफ्त में एनसीआर, प्रशासन-सरकार के तमाम प्रयास हो रहे ‘बेकार‘
राजधानी में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। अक्टूबर के अंतिम दिनों में प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगी है। बीते तीन दिनों से दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब चल रहा है। सफर की एडवाइजरी के अनुसार, इस स्तर के प्रदूषण में स्वस्थ लोगों को भी अधिक समय तक बाहर नहीं रहना चाहिए। प्रदूषण की वजह से उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। कई लोगों को आंखों में जलन की समस्या हो रही है।