विधायक के वेतन के अलग-अलग मद में इस प्रकार हुई बढ़ोतरी-
अधिसूचना के अनुसार अभी एक विधायक को 12,000 रुपए मासिक वेतन मिलता है, जो वेतन वृद्धि के बाद अब बढ़कर 30,000 रुपए हो गया है। वहीं अभी विधायकों को प्रतिमाह 18,000 रुपए निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मिलता था, जो अब बढ़ाकर 25,000 रुपए हो गया है। साथ ही वाहन भत्ता 6,000 रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए कर दिया गया है। बात यदि सचिवीय भत्ता की करें तो इसे 10,000 रुपए से बढ़ाकर 15,000 रुपए कर दिया गया है। कुल मिलाकर अब विधायकों को 54,000 रुपए की जगह 90,000 रुपए मिलेंगे।
मुख्यमंत्री और मंत्री का मासिक वेतन 20 हजार से बढ़ाकर 60 हजार-
इसके अलावा दिल्ली के विधायकों को टेलीफोन भत्ता के रूप में 8,000 रुपए प्रतिमाह मिल रहा था, इसमें भी दो हजार रुपए की बढ़ोतरी की गई है। अब टेलीफोन भत्ते में दिल्ली के विधायकों को 10 हजार रुपए मिलेंगे। मुख्यमंत्री, मंत्रियों, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक और विपक्ष के नेता के वेतन में 300 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए इसे मौजूदा 20,000 रुपए मासिक से बढ़ाकर 60,000 रुपए मासिक कर दिया गया है।
CM, मंत्री, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक और विपक्ष के नेता को 1.72 लाख रुपए मासिक
इसके अलावा मुख्यमंत्री, मंत्रियों, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक और विपक्ष के नेता को निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मौजूदा 18,000 रुपए से बढ़ाकर 30,000 रुपए, सत्कार भत्ता मौजूदा 4,000 रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए, सचिवालय सहायता भत्ता 25,000 रुपए और दैनिक भत्ता मौजूदा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपए कर दिया गया है। ऐसे में अब इनकी कुल सैलरी 1 लाख 72 हजार रुपए तक हो गई है।
वेतन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को राष्ट्रपति से मिली मंजूरी-
उल्लेखनीय हो कि दिल्ली के मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचेतक, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष और विधानसभा में विपक्ष के नेता के वेतन में वृद्धि के लिए पांच अलग-अलग विधेयक पेश किए गए थे, जिन्हें पास करने के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया था। सोमवार को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद संबंधित विभाग ने अधिसूचना जारी कर दिया है। बताते चले कि दिल्ली के विधायक और मंत्रियों की सैलरी में 12 साल बाद बढ़ोतरी की गई है।
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