वर्ल्ड एजुकेशन सिस्टम को समझ रहे हैं प्रिंसिपल इस ट्रेनिंग के जरिए स्कूल प्रिंसिपलों द्वारा सरकारी स्कूलों के छात्रों की स्किल्स को बेहतर करने, उनकी पढ़ने की क्षमताओं को विकसित करने, विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था को समझते हुए उसे स्कूलों में लागू करने सहायता मिल रही है। दिल्ली सरकार की ऑटोनोमस बॉडी स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (SCERT) की तरफ से भी स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण देने में काम कर रही है। दिल्ली सरकार द्वारा इस विभाग के अधिकारियों को ऐसे ही कई इनिशिएटिव पर काम करने के लिए कहा गया है।
कई स्कूल प्रिंसिपलों को मिल चुकी है ट्रेनिंग इससे पहले दिल्ली सरकार की तरफ से सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को वर्ष 2018 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में लीडरशिप प्रोग्राम के लिए भेजा गया था। उस समय 60 स्कूल प्रिंसिपलों को दो बैचों में भेजा गया था। सरकार की तरफ से वर्ष 2016 में इस परियोजना की शुरुआत की गई थी। इसकी बदौलत स्कूल प्रमुखों को दुनिया के एजुकेशन सिस्टम को समझने का अवसर मिला और उसे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लागू करने में उन्हें मदद मिली। इससे छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा के तहत पढ़ाई करने में सहायता मिलेगी। इस परियोजना को सरकार लगातार आगे बढ़ा रही है। अब तक कई प्रिंसिपलों को इस तरह की ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
कई स्कूलों प्रिंसिपल की ट्रेनिंग हुई शुरू अभी दिल्ली के सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल, प्रमुख कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के होमर्टन कॉलेज में पहुंचे हुए हैं। यहां पर इनकी ट्रेनिंग शुरू हो गई है। यह ट्रेनिंग कई दिनों तक चलेगी। इसके बाद स्कूल प्रमुख वापिस आकर छात्रों को वहां के एजुकेशन सिस्टम को समझकर उसे सरकारी स्कूलों में लागू करेंगे।