क्या है पूरी वजह
बता दें कि नरेश यादव को 2016 के कुरान बेअदबी मामले में पंजाब में कुछ दिन पहले ही कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई थी। उनकी इस मामले में कुछ दिन पहले ही गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई। दरअसल, यह मामला मुस्लिम क्षेत्रों में काफी तूल पकड़ रहा था, इसके बाद नरेश यादव की टिकट भी काटे जाने की मांग बढ़ने लगी थी। AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्तफाबाद में अपने प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के दौरान इस मामले को जोर शोर से उठाया था।
महेंद्र चौधरी को बनाया प्रत्याशी
नरेश यादव द्वारा चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद आप पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक (Sandeep Pathak) ने पार्टी की पांचवीं सूची जारी की इसमें महेंद्र चौधरी को महरौली से प्रत्याशी घोषित किया। नरेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की और उन्हें अपने खिलाफ मामले में कोर्ट द्वारा बरी किए जाने तक चुनाव न लड़ने के अपने फैसले के बारे में बताया।
कौन है महेंद्र चौधरी
महेंद्र चौधरी महरौली से पार्टी की मौजूदा पार्षद रेखा चौधरी के पति है। 2020 में महेंद्र चौधरी ने कांग्रेस के टिकट पर महरौली सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा और इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे। इसके बाद 2022 में चौधरी कांग्रेस छोड़कर आप पार्टी में शामिल हो गए थे।
आप ने सभी सीटों पर उतारे प्रत्याशी
दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। आप ने इस बार कई सीटिंग विधायकों के टिकट भी काटे है, इसके अलावा पार्टी ने वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की सीट भी बदली है। मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से प्रत्याशी बनाया है। बताया जा रहा है कि जिन विधायकों का फीडबैक अच्छा नहीं था उनका पार्टी ने टिकट काट दिया। वहीं दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को भी मौका दिया है।