Delhi Election 2025: इस सीट पर कांग्रेस का अभी तक नहीं खुला खाता, BJP ने बदला प्रत्याशी, जानें इस बार क्या है समीकरण
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP, भाजपा और Congress के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है। ऐसे में भाजपा ने करावल नगर से ‘आप’ से भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक कपिल मिश्रा को मैदान में उतारा है।
Delhi Assembly Election:दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election) में 70 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है। इसमें कई अहम सीटें शामिल है उनमें से एक करावल नगर विधानसभा सीट भी है। इस सीट पर भाजपा और आप एक दूसरे को कड़ी चुनौती देने की तैयारी कर रही है। आइए जानते हैं इस बार का चुनावी समीकरण क्या होने वाला है।
दिल्ली दंगो का केंद्र करावल सीट
करावल नगर विधानसभा क्षेत्र 2020 के दिल्ली दंगों के समय केंद्र में बना हुआ था। यहां की कनेक्टिविटी को देखा जाए तो यहां मेट्रो, डीटीसी बस, कैब और ऑटो रिक्शा से यह दिल्ली कई हिस्सों से जुड़ता है। यहां से सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन जौहरी एन्क्लेव है, जो शहर से सिर्फ 1.8 किलोमीटर की दूरी पर है।
मतदाताओं की संख्या तीन लाख पार
करावल नगर विधानसभा क्षेत्र कुल पांच वार्ड आते हैं। इसमें श्री राम कॉलोनी, सादतपुर, करावल नगर-पश्चिम, सोनिया विहार और सबापुर शामिल है। 2011 के अंतिम जनगणना के अनुसार करावल नगर विधानसभा क्षेत्र की कुल जनसंख्या 2,24,281 थी। इसकी संख्या अब बढ़ कर 3 लाख के पार पहुंच गई है। करावल नगर विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाता 3,07,716 है और इनमे 1,69,669 पुरुष और 1,38,030 महिलाएं हैं साथ ही 17 थर्ड जेंडर के वोटर हैं।
भाजपा का गढ़ करावल सीट
दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के चुनावी इतिहास में करावल सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है। यह सीट उन सीटों में से है जहां पर अभी तक कांग्रेस पार्टी अपना खाता नहीं खोल पाई है। यहां पर 1992 से चुनाव हो रहे हैं 1993 विधानसभा चुनाव में भाजपा के रामपाल ने जीत दर्ज की थी। सके बाद पार्टी ने मोहन सिंह बिष्ट पर दांव चला। 1998 विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बिष्ट करावल नगर से पहली बार विधायक चुने गए थे। उसके बाद से ही वहां भाजपा का दबदबा बना रहा। 2003 में वो दोबारा विधायक चुने गए और 2008 में जीत दर्ज करके उन्होंने जीत की हैट्रिक लगा दी।
कपिल मिश्रा ने करवाई आप की एंट्री
2015 विधानसभा चुनाव में ‘आप’ प्रत्याशी कपिल मिश्रा ने भाजपा को कड़ी चुनौती देकर पहली बार विधायक चुने गए। ‘आप’ प्रत्याशी कपिल मिश्रा ने 1,01,865 वोट हासिल किए थे भाजपा को 57,434 वोट मिले थे। 2020 में आप दुर्गेश पाठक को चुनावी मैदान में उतारा और भाजपा की ओर से मोहन सिंह बिष्ट को सामने लाया गया। बिष्ट 50.6 प्रतिशत वोट के साथ करावल नगर से विधायक चुने गए और दुर्गेश पाठक को 88,498 वोट मिले।
BJP ने दिया कपिल मिश्रा को मौक़ा
भाजपा ने इस बार अपना उम्मीदवार बदल दिया है और ‘आप’ से भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक कपिल मिश्रा को करावल नगर से टिकट दिया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने मनोज त्यागी को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस डॉ. पीके मिश्रा पर भरोसा जताया है।
क्या है समीकरण
करावल सीट पर बीजेपी को AAP की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि कपिल मिश्रा काफी विवादित चेहरा रहे हैं। आपको बता दें की ये मुस्लिम बहुल सीट रही है यहां से एआईएमआईएम प्रत्याशी इशरत जहां भी उतरी है। इससे मुस्लिम वोट कट सकते है जिससे आप और कांग्रेस को नुकसान भी हो सकता है।