प्रशासन अलर्ट
राज्य की राजधानी कोलकाता में पेड़ उखड़ गए और बिजली के तार टूट गए। लेकिन प्रशासन की तत्परता के कारण बिजली आपूर्ति या इंटरनेट सेवाओं पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। खबर लिख जाने तक कोलकाता की कुछ सड़कों पर पानी भरा हुआ था। सोमवार सुबह छिटपुट बारिश हुई, लेकिन हवा की गति सामान्य रही। हालांकि, राज्य के कुछ तटीय इलाकों में हवा की गति काफी तेज थी। तूफान के कारण सियालदह कोलकाता के दक्षिणी डिवीजन में लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित हुई। यह रविवार रात से लगभग 10 घंटे तक रुकी रही। सोमवार सुबह 9 बजे के बाद से फिर शुरू हुई। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रविवार दोपहर 12.30 बजे से 21 घंटे तक उड़ान सेवाएं बाधित रहीं। अब उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं। रेल अधिकारियों ने कहा कि कई स्थानों पर पटरियों पर पेड़ गिर जाने के कारण सोमवार सुबह दक्षिण डिवीजन में लोकल ट्रेन सेवाएं रोकनी पड़ीं।
तेलंगाना ने मौत का तांडव
वहीं, तेलंगाना के कई इलाकों में रविवार रात आए तेज आंधी-तूफान व भारी बारिश की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई। हैदराबाद समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश ने कहर बरपाया। बंगाल की खाड़ी में उठे भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के कारण आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश ने यहां जमकर उत्पात मचाया। तेज हवाओं से पेड़ उखड़ गए, बिजली और संचार टावर क्षतिग्रस्त हो गए और यातायात व बिजली आपूर्ति बाधित हुई। अकेले नगरकुर्नूल जिले में सात मौतें हुईं। हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों से चार और मेडक से दो लोगों की मौत की खबर है। तेज़ आंधी ने नागरकर्नूल, मेडक, रंगारेड्डी, मेडचल मल्काजगिरी और नलगोंडा जिलों में भारी तबाही मचाई। आंधी के साथ बारिश ने महबूबनगर, जोगुलाम्बा-गडवाल, वानापर्थी, यदाद्री-भोंगीर, संगारेड्डी और विकाराबाद जिलों को भी प्रभावित किया।
कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। ट्रांसमिशन और वितरण लाइनें टूट गईं। बिजली के तारों पर पेड़ की शाखाएं गिर गईं। खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और उखड़ गए। कुछ स्थानों पर होर्डिंग्स व मोबाइल टावर सड़कों और घरों पर गिर गए।