इन बिमारियों से लोग हो रहे ग्रसित स्टडी में कहा गया है कि अध्ययन के लिए चुने गए 926 लोगों में से लगभग एक-तिहाई लोगों में ऊपरी सांस की नली में वायरल संक्रमण सबसे आम शिकायत है। इसके अलावा लोगों में ब्लड क्लॉटिंग और एलर्जी के भी प्रभाव देखने को मिले हैं।
2023 में अलग-अलग शोध में कनाडा, उत्तरी अमेरिका, जर्मनी और इटली के वैज्ञानिकों ने समान पीएफ4 एंटीबॉडी के साथ एक बीमारी को उजागर किया था, जो प्राकृतिक एडेनोवायरस (सामान्य सर्दी) संक्रमण के बाद कुछ मामलों में घातक था। अब एक नए शोध में ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी और अन्य अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने पाया कि एडेनोवायरस संक्रमण से जुड़े वीआईटीटी और क्लासिक एडेनोवायरल वेक्टर वीआईटीटी दोनों में पीएफ4 एंटीबॉडी समान मॉलिक्यूलर में है।
फ्लिंडर्स के प्रोफेसर टॉम गॉर्डन ने कहा कि वास्तव में इन विकारों में घातक एंटीबॉडी बनने का तरीका समान है। शोधकर्ता ने कहा कि हमारे समाधान वीआईटीटी संक्रमण के बाद रक्त के थक्के जमने के दुर्लभ मामलों पर लागू होते हैं, यह टीके के विकास पर भी काम करते हैं। इसी टीम ने 2022 के एक शोध में “पीएफ4 एंटीबॉडी के मॉलिक्यूलर का पता लगाया था। साथ ही एक आनुवंशिक जोखिम की पहचान की थी।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित नए निष्कर्षों में टीके के सुरक्षा सुधार में महत्वपूर्ण प्रभाव सुझाए गए हैं। यह शोध एस्ट्राजेनेका द्वारा फरवरी में उच्च न्यायालय में प्रस्तुत एक कानूनी दस्तावेज में स्वीकार किए जाने के बाद आया है कि इसका कोविड टीका बहुत ही दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक सिंड्रोम (टीटीएस) का कारण बन सकता है। टीटीएस एक दुर्लभ दुष्प्रभाव है जिसके कारण लोगों में रक्त के थक्के बन सकते हैं और रक्त में प्लेटलेट की संख्या कम हो सकती है। इसे ब्रिटेन में कम से कम 81 लोगों की मौत के साथ जोड़ा गया है। कंपनी ने स्वेच्छा से यूरोप और अन्य वैश्विक बाजारों से अपने कोविड वैक्सीन के “विपणन प्राधिकरण” को भी वापस ले लिया है।