1 जनवरी से शुरू होगा cowin पर रजिस्ट्रेशन:
बच्चो के लिए COVID-19 वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन की शुरुआत 1 जनवरी 2022 यानी आज से हो चुकी है।CoWIN प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ. आरएस शर्मा के मुताबिक, 15-18 वर्ष की आयु के बच्चे आज (1 जनवरी) से CoWIN ऐप पर पंजीकरण कर सकेंगे। इसके लिए CoWIN ऐप पर जरूरी बदलाव किए गए हैं। यहां 10वां आईडी कार्ड जोड़ा गया है। इसे स्टूडेंट आईडी कार्ड नाम दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हो सकता है कि कुछ बच्चों के पास आधार कार्ड या कोई दूसरा पहचान पत्र न हो।
पीटीआई के मुताबिक:
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारत बायोटेक का कोवैक्सिन 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए उपलब्ध एकमात्र वैक्सीन होने की संभावना है। हालांकि ज़ायडस कैडिला की वैक्सीन ZyCoV-D को भी बच्चों के बीच अनुमोदित किया गया है। ZyCoV-D पहला टीका था जिसे बच्चों पर लगाने के लिए मंजूरी मिली थी, लेकिन यह 3 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा नहीं हो सकता है क्योंकि इसे अभी तक वयस्कों के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया गया है।
बच्चो के लिए COVID-19 वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन की शुरुआत 1 जनवरी 2022 यानी आज से हो चुकी है।CoWIN प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ. आरएस शर्मा के मुताबिक, 15-18 वर्ष की आयु के बच्चे आज (1 जनवरी) से CoWIN ऐप पर पंजीकरण कर सकेंगे। इसके लिए CoWIN ऐप पर जरूरी बदलाव किए गए हैं। यहां 10वां आईडी कार्ड जोड़ा गया है। इसे स्टूडेंट आईडी कार्ड नाम दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हो सकता है कि कुछ बच्चों के पास आधार कार्ड या कोई दूसरा पहचान पत्र न हो।
पीटीआई के मुताबिक:
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारत बायोटेक का कोवैक्सिन 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए उपलब्ध एकमात्र वैक्सीन होने की संभावना है। हालांकि ज़ायडस कैडिला की वैक्सीन ZyCoV-D को भी बच्चों के बीच अनुमोदित किया गया है। ZyCoV-D पहला टीका था जिसे बच्चों पर लगाने के लिए मंजूरी मिली थी, लेकिन यह 3 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा नहीं हो सकता है क्योंकि इसे अभी तक वयस्कों के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया गया है।
डॉ एनके अरोड़ा ने कहा:
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने रविवार को कहा कि परीक्षण के दौरान कोवैक्सिन से बच्चों में अच्छी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दिखाई है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में डॉ अरोड़ा ने कहा, 12 से 18 साल के बच्चे, खासकर 15 से 18 साल की उम्र के बच्चे, काफी हद तक वयस्कों की तरह होते हैं। देश के भीतर हमारे शोध में यह भी कहा गया है कि भारत में COVID के कारण होने वाली मौतों में से लगभग दो-तिहाई इस आयु वर्ग के हैं। यही कारण है कि बच्चों को वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया गया है।
प्रधान मंत्री ने की थी घोषणा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को घोषणा की थी कि 15 से 18 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण 3 जनवरी, 2022 से शुरू होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ‘एहतियाती खुराक’ भी प्रदान की जाएगी। 60 वर्ष से ऊपर की आयु के अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित नागरिकों के लिए उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रीकॉशन खुराक का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा। ये भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा।
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने रविवार को कहा कि परीक्षण के दौरान कोवैक्सिन से बच्चों में अच्छी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दिखाई है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में डॉ अरोड़ा ने कहा, 12 से 18 साल के बच्चे, खासकर 15 से 18 साल की उम्र के बच्चे, काफी हद तक वयस्कों की तरह होते हैं। देश के भीतर हमारे शोध में यह भी कहा गया है कि भारत में COVID के कारण होने वाली मौतों में से लगभग दो-तिहाई इस आयु वर्ग के हैं। यही कारण है कि बच्चों को वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया गया है।
प्रधान मंत्री ने की थी घोषणा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को घोषणा की थी कि 15 से 18 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण 3 जनवरी, 2022 से शुरू होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ‘एहतियाती खुराक’ भी प्रदान की जाएगी। 60 वर्ष से ऊपर की आयु के अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित नागरिकों के लिए उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रीकॉशन खुराक का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा। ये भी 10 जनवरी से उपलब्ध होगा।