फैसले के बाद कांग्रेस नेता ने कही ये बात
इस मामले में फैसला आने के बाद कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “गुजरात के ऐतिहासिक ऊना आंदोलन के दौरान भूमि का मुद्दा मुखर रूप से उठाया गया था! दलितों को आवंटित भूमि पर वर्षों से जातिवादी गुंडों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है!” इस संघर्ष के दौरान कई मामले आए, लेकिन आज अहमदाबाद की मेट्रो कोर्ट ने हमें और संघर्ष के 31 साथियों को बरी कर दिया है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं! दलित, आदिवासी और ओबीसी समुदायों को भूमि अधिकार दिलाने का संघर्ष जारी रहेगा!”