एसडीआरएफ की टीम ने बताया कि तलाशी अभियान के तहत चार लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक की तलाश अब भी जारी है। मामला सुबह का है। जब बारामूला जिला के रफियाबाद क्षेत्र में बादल फटने से पहाड़ी में डेरा डाले बक्करवाल समुदाय के पांच सदस्य इसकी चपेट में आ गए। बादल फटने की वजह से आई बाढ़ में ये पांचों लोग बह गए।
यह भी पढ़ेँः Jammu Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता हत्याकांड में संदिग्ध का कबूलनामा, फेसबुक पर 27 पॉइंट में बताई पूरी घटना इस घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस की टीम एसडीआरएफ के साथ घटनास्थल पर पहुंची। कुछ ही समय के उपरांत एसडीआरएफ की टीम ने कुछ ही दूरी से एक शव को बरामद कर लिया। जब थोड़ी और दूरी पर ही तीन अन्य शव भी बरामद कर लिए गए।
मिली जानकारी के मुताबिक बक्करवाल समुदाय के सदस्य हाजी बशीर बक्करवाल निवासी राजौरी से संबंधित हैं। फिलहाल तलाशी अभियान जारी है। चार में दो महिलाएं
बाढ़ बहने वाले चारों शवों की पहचान कर ली गई है। इनमें दो महिलाएं शामिल हैं। मरने वालों में शहनाज बेगम पत्नी मोहम्मद फारूक खारी, नाजिया अख्तर पुत्री मोहम्मद फारूक खारी, आरिफ हुसैन और तारिक अहमद खारी पुत्र मोहम्मद फारूक खारी के रूप में हुई है।
बाढ़ बहने वाले चारों शवों की पहचान कर ली गई है। इनमें दो महिलाएं शामिल हैं। मरने वालों में शहनाज बेगम पत्नी मोहम्मद फारूक खारी, नाजिया अख्तर पुत्री मोहम्मद फारूक खारी, आरिफ हुसैन और तारिक अहमद खारी पुत्र मोहम्मद फारूक खारी के रूप में हुई है।
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बता दें कि इससे पहले जुलाई के महीने में बादल फटने के बाद बाढ़ ने कई लोगों को जान ले ली थी। हादसा 27 और 28 जुलाई की मध्यरात्रि को किश्तवाड़ के दूरदराज के गांव होंजर डच्चन में मूसलाधार बारिश की वजह हुआ था। तब भी अचानक बाढ़ आ गई थी।
बता दें कि इससे पहले जुलाई के महीने में बादल फटने के बाद बाढ़ ने कई लोगों को जान ले ली थी। हादसा 27 और 28 जुलाई की मध्यरात्रि को किश्तवाड़ के दूरदराज के गांव होंजर डच्चन में मूसलाधार बारिश की वजह हुआ था। तब भी अचानक बाढ़ आ गई थी।
इस बाढ़ से होंजर डच्चन गांव के 19 लोग जिसमें आठ महिलाएं भी शामिल थी, बह गए थे। इस घटनाक्रम के तुरंत बाद किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर अशोक शर्मा के दिशा निर्देश पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने बचाव अभियान चलाया था।