दिल्ली मेयर चुनाव में हंगामे का कारण
250 पार्षदों वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत है। इस चुनाव में आप ने 134 वार्डों में जीत हासिल की थी। भाजपा को 104 वार्डों में जीत मिली थी। वहीं, कांग्रेस सिर्फ 9 वार्ड जीत सकी थी और 3 वार्डों में निर्दलीय को सफलता मिली। शुक्रवार को उपराज्यपाल ने भाजपा के 10 पार्षदों को मनोनीत किया। जिन्हें पहले शपथ दिलाई जा रही थी। इसी बात का आप पार्षदों ने विरोध किया।
सिसोदिया का हमला- कितना गिरोगे भाजपा वालों
हंगामे के बीच आम आदमी पार्टी की ओर से डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि MCD में अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए और कितना गिरोगे भाजपा वालों! चुनाव टाले, पीठासीन अधिकारी की ग़ैरक़ानूनी नियुक्ति, मनोनीत पार्षदों की ग़ैरक़ानूनी नियुक्ति, और अब जनता के चुने पार्षदों को शपथ न दिलवाना…. अगर जनता के फ़ैसले का सम्मान नहीं कर सकते तो फिर चुनाव ही किसलिए?
मनोज तिवारी बोले- बहुमत के बाद भी आप को हार का डर
इधर एमसीडी मेयर चुनाव को लेकर सदन में हुए हंगामे पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि ये (आप) हिंसा पर उतारू है, बीजेपी ने अगर संयम से काम नहीं लिया होता तो स्थिति और बिगड़ जाती। आम आदमी पार्टी नैतिक रूप से हार चुकी है। ये सारी संवैधानिक प्रक्रिया का विरोध कैसे कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी को अपने पार्षदों पर भरोसा नहीं है। बहुमत होने के बाद भी आप को हार का डर है।