‘पार्टी में नहीं होती उनकी सुनवाई’
लोजपा रामविलास के युवा विंग के जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि पार्टी में उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। प्रदेश स्तर पर उनकी समस्याओं को कोई भी नेता नहीं सुनता। सिर्फ एक विशेष पक्ष के लोगों की ही बात सुनी जाती है। इस दौरान उन्होंने कुछ उदारण भी दिए। बेलागंज में हुई मारपीट की घटना में चिराग पासवान खुद गए थे, लेकिन टिकारी में हुई हत्या की घटना पर पार्टी का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। इसी तरह एक युवा नेता की मां एम्स में भर्ती थी लेकिन पार्टी ने उनके इलाज में कोई मदद नहीं की। ऐसे कई मौकों पर उन्हें उपेक्षित और अपमानित महसूस कराया गया। इस कारण से उन्होंने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ पर भी उठाए सवाल
इस्तीफा देने वाले नेताओं ने बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह नारा चिराग पासवान भले ही देते हों, लेकिन हकीकत में उनके ही नेता और कार्यकर्ता बिहार में उपेक्षित हैं। कार्यकर्ताओं की पार्टी में प्रदेश स्तर पर कोई सुध नहीं ली जाती।। एक विशेष पक्ष के लोगों के लिए ही काम किया जाता है। यहीं कारण है कि गया जिले के युवा विंग ने एक साथ इस्तीफा दे दिया।