मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई बैठक
बता दें कि झामुमो के साथ ही सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक उस समय बुलाई गई है, जब ईडी की टीम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली में तीन ठिकानों पर सोमवार को पहुंची, लेकिन वह नहीं मिले। झामुमो के एक महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार सिंह ने बताया कि विधायकों को रांची में रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में बैठक बुलाई गई है। बैठक में सूबे के मौजूदा राजनीतिक हालात और सीएम से ईडी की प्रस्तावित पूछताछ को लेकर चर्चा के लिए विधायकों को बुलाया गया है।
मुख्यमंत्री बदले जाने की अटकलें तेज
राज्य में तेजी से बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की आशंका भी सता रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी ने इसके लिए प्लान बी तैयार कर लिया है। पिछले दिनों अटकलें तेज थीं कि यदि हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाता है तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को कुर्सी सौंप सकते हैं। वहीं, इस बात पर पुष्टी लगती भी दिख रही है। हालांकि कल्पना सोरने के मुख्यमंत्री बनने में निर्वाचन को लेकर रुकावट पैदा हो सकती है। हालांकि बिना किसी भी सदन का सदस्य रहे भी कोई व्यक्ति 6 महिने तक सीएम या मंत्री के पद पर रह सकता है।
31 जनवरी को ED के सामने पेश होंगे सोरेन
मख्यमंत्री हेमंत सोरने के ऑफिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, ईडी को भेजे गए एक ईमेल में सीएम सोरेन ने कहा है कि वह 31 जनवरी को अपने आवास पर बयान दर्ज करवाने के लिए उपलब्ध रहेंगे। झामुमो के महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए सत्ताधारी गठबंधन के सभी विधायकों को रांची में रहने को कहा गया है।
झारखंड में जेएमएम की अगुआई में कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन की सरकार है। सिंह ने कहा, ‘मंगलवार को आगे के प्लान पर चर्चा होगी। सत्ताधारी दल के कई नेता और विधायक सोमवार देर रात तक सीएम आवास में मौजूद रहे।
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