एस सोमनाथ ने क्या बताया
विक्रम और प्रज्ञान कब जगेंगे, कब सिग्नल भेजेंगे इन सवालों का जवाब देते हुए इसरो चीफ डॉ. एस सोमनाथ ने कहा है कि हमें परेशान होने की जरुरत नहीं है। चंद्रयान 2 हमारे लिए बड़ी सीख रही। उस मिशन से हमें ये समझने में मदद मिली कि आखिर क्या चूक हुई थी? आगे एस सोमनाथ ने कहा कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर में ऐसी तकनीक भेजी गई है, कि जैसे ही वो पूरी तरह से सूरज की रोशनी से ऊर्जा हासिल कर लेंगे और अपने आप जग जाएंगे। ऑटोमैटिकली एक्टिव होने की तकनीक इसमें डाली गई है, हम बस यहां से उन पर नजर रख रहे हैं। उनके जागने के लिए हमारे पास अभी 13-14 दिन हैं।