चांदीपुरा वायरस से बचने के उपाय
मच्छरों से बचें: चांदीपुरा वायरस मच्छरों से फैलता है, इसलिए मच्छरों से बचने के लिए रात में और सुबह-शाम फुल स्लीव्स के कपड़े पहनना चाहिए। नेट का उपयोग करें: मच्छरों को कीड़ों से बचने के लिए रात में नेट का उपयोग करना चाहिए। मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें: मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करके मच्छरों को दूर रखा जा सकता है। खिड़की और दरवाजों को बंद रखें: घर के अंदर मच्छरों को आने से रोकने के लिए खिड़की और दरवाजों को बंद रखना चाहिए।
क्या है और कैसे फैलता है
डॉक्टर की सलाह लें: अगर आपको चांदीपुरा वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। -चांदीपुरा वायरस क्या है: यह एक आरएनए वायरस है जो मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी से फैलता है।-चांदीपुरा वायरस के लक्षण: बुखार, फ्लू जैसे लक्षण, तेज एन्सेफलाइटिस (दिमाग में सूजन)।
-चांदीपुरा वायरस कितना खतरनाक है: यह वायरस शिशुओं और वयस्कों दोनों के लिए घातक हो सकता है। वायरस से संक्रमित बच्चे लक्षण दिखने के 48-72 घंटों के भीतर मर जाते हैं।
चांदीपुरा वायरस से बचाव के उपाय
-मच्छरों से बचने के लिए रात में और सुबह-शाम फुल स्लीव्स के कपड़े पहनना चाहिए।-मच्छरों को कीड़ों से बचने के लिए रात में नेट का उपयोग करना चाहिए।
-मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करके मच्छरों को दूर रखा जा सकता है।
-घर के अंदर मच्छरों को आने से रोकने के लिए खिड़की और दरवाजों को बंद रखना चाहिए।
-अगर आपको चांदीपुरा वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।