13 अप्रैल 1950 को पांडिचेरी में जन्मे वेंकटरमणि 1977 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु के साथ वकील के रूप में जुड़े। 1979 में, वे सुप्रीम कोर्ट चले गए।
वेंकटरमणी को वर्ष 2010 में भारत के विधि आयोग के सदस्य के रूप में भी नियुक्त किया गया था। उन्होंने 12 साल तमिलनाडु राज्य के लिए फिर आंध्र प्रदेश राज्य के लिए एक विशेष वरिष्ठ वकील के रूप में काम किया है।
इसके अलावा उन्होंने वर्ष 1990 में भारत के योजना आयोग द्वारा स्थापित ‘कल्याण कानून पर विशेषज्ञ समूह’ में कानून सदस्य के रूप में भी काम किया है।
बता दें भारत के अटॉर्नी जनरल, भारत सरकार का मुख्य कानूनी सलाहकार होता है। सुप्रीम कोर्ट में सरकार के प्रमुख वकील भी होते हैं। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है जो व्यक्ति supreme court न्यायाधीश बनने की योग्यता रखता है राष्ट्रपति उसे ही अटॉर्नी जनरल नियुक्त करते हैं। देश के अटॉर्नी जनरल कानूनी मामलों में केंद्र सरकार को सलाह देना और कानूनी प्रक्रिया की उन जिम्मेदारियों को निभाता है जो राष्ट्रपति की ओर से उनके पास भेजे जाते हैं।
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