गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, इन सीटों को भरने के लिए पहली प्राथमिकता उन बच्चों को दी जाएगी, जिनके माता और पिता दोनों किसी आतंकवादी घटना में मारे गए हों। दूसरी प्राथमिकता उन बच्चों को दी जाएगी, जिनके इकलौता कमाने वाले को आतंकियों ने मार दिया है।
तीसरी प्राथमिकता भी अहम
गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, तीसरी प्राथमिकता उन बच्चों को मिलेगी, जिनके परिजन आतंकी हादसे में हमेशा के लिए गंभीर अपंग हो गए हों। इन तीनों केस में आने पर एमबीबीएस/बीडीएस के लिए सम्बंधित पक्ष एप्लाई कर सकता है।
इन चार कॉलेजों के नाम, जहां केंद्र ने आवंटित की हैं सीटें
केंद्र सरकार ने अपने कोटे से जो 4 सीटें आवंटित की हैं। इनमें 1 सीट एएन मगध मेडिकल कॉलेज बिहार। एक ग्रांट मेडिकल कॉलेज महाराष्ट्र और 2 सीटें जेएनएम मेडिकल कॉलेज छत्तीसगढ़ में रखी हैं।
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