52 उपग्रह होंगे लॉन्च
सीसीएस ने एसबीएस-तीन के तहत 52 उपग्रहों को लॉन्च करने की मंजूरी दी है, जिसकी लागत करीब 27,000 करोड़ रुपए होगी। भारत ने पहले ही एसबीएस कार्यक्रम के तहत कई निगरानी उपग्रहों को लॉन्च कर चुका है। इनमें रिसैट, कार्टोसैट और जीसैट-7 श्रृंखला के सैटेलाइट हैं। एसबीएस-1 को पहली बार 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी शासन के दौरान मंजूरी दी गई थी जिसके तहत चार निगरानी उपग्रह लॉन्च किए गए थे। 2013 में दूसरे चरण के तहत छह ऐसे सैटेलाइट लॉन्च किए गए। 50 से अधिक उपग्रह को पांच वर्ष में लॉन्च किए जाने की संभावना है।
AI से लैस होगा नया बेड़ा
सैटेलाइट का नया बेड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस होगा जो भू-खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए अंतरिक्ष में ही एक-दूसरे के साथ बातचीत कर सकता है। अगर कोई उपग्रह 36,000 किमी की ऊंचाई पर जियोसिंक्रोनस इक्वेटोरियल ऑर्बिट में कुछ पता लगाता है तो वह निचली कक्षा (400-600 किमी की ऊंचाई पर) में दूसरे उपग्रह से अधिक सावधानी से जांच करने और फिर अधिक जानकारी देने के लिए कह सकता है। ऐसे उपग्रहों से काफी सटीक जानकारी हासिल हो सकती है।