दोनों कक्षाओं के परिणाम में लडक़ों के मुकाबले लड़कियां आगे रहीं। 12वीं में 91.52 फीसदी लड़कियों ने सफलता हासिल की, जबकि 85.12 फीसदी लडक़े पास हुए। लड़कियों का पास प्रतिशत लडक़ों से 6.4 फीसदी ज्यादा रहा। 10वीं में 92.71 लडक़ों के मुकाबले 94.75 लड़कियां पास हुईं। यहां लड़कियों का पास प्रतिशत 2.04 फीसदी ज्यादा है।
टॉप पर त्रिवेंद्रम रीजन
दोनों कक्षाओं के परिणाम में सबसे अच्छा प्रदर्शन त्रिवेंद्रम रीजन का रहा। वहां के 99.91 फीसदी विद्यार्थी 12वीं में, जबकि 99.75 फीसदी 10वीं में पास हुए। सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा के लिए 16,33,730 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से 16,21,224 ने परीक्षा दी और 14,26,420 पास हुए। पिछले साल पास प्रतिशत 87.33 रहा था। इसी तरह 10वीं में 3,18,156 रजिस्ट्रेशन में से 3,16,535 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी और 2,98,649 पास हुए। पिछले साल 93.12 फीसदी पास हुए थे। सीबीएसई ने पहले कहा था कि 10वीं, 12वीं का परिणाम 20 मई के बाद जारी किया जाएगा, लेकिन उसने इससे पहले परिणाम घोषित कर चौंका दिया। पिछले साल सीबीएसई की 10वीं, 12वीं के नतीजे 12 मई को घोषित किए गए थे।
95 और 90 फीसदी वालों का जलवा…
इस बार 12वीं में सबसे ज्यादा 24,000 विद्यार्थियों ने 95 फीसदी, जबकि 1,16,145 ने 90 फीसदी अंक हासिल किए। इसी तरह 10वीं में 47,983 विद्यार्थियों ने 95 फीसदी और 2,12,384 ने 90 फीसदी अंक हासिल किए। सीबीएसई ने कुछ साल से टॉपर की सूची जारी करना बंद कर दिया है। उच्चतम अंक वाले 0.1त्न विद्यार्थियों को योग्यता प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।07:57 AM