मुनियाद अली खान को 2020 में जयपुर हवाई अड्डे पर एनआईए ने पकड़ा था। खान सोने की तस्करी के मामले में मास्टरमाइंड था। एनआईए ने उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान पाया गया कि मुख्य साजिशकर्ता मुनियाद अली खान ही था। उसने ही सऊदी अरब के रियाद शहर से भारत में सोने की छड़ों को स्मगल करने की योजना बनाई थी। तस्कर के जयपुर हवाई अड्डे पर पकड़े जाने के बाद एनआईए ने एफआईआर दर्ज कर, तलाश शुरू कर दी थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मंगलवार को बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 3 जुलाई 2020 को जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तस्करी की गई सोने की छड़ों को जब्त किया था। इस मामले में 22 सितंबर को एफआईआर दर्ज कर जांच की गई। जांच में पाया गया कि मुनियाद अली खान ने कई लोगों के साथ मिलकर सऊदी अरब के रियाद से भारत में सोने की छड़ों के तस्करी करने की साजिश रच कर तस्करों तक पहुंचाई थीं। इस मामले में एनआईए ने 22 मार्च 2021 को अपनी विशेष अदालत में आरोप पत्र दायर किया था।
एनआईए के अनुरोध पर सीबीआई ने इसी साल 13 सितंबर को इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करा उसकी तलाश के लिए वैश्विक स्तर पर सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अलर्ट किया। सीबीआई को इस मामले में बड़ी कामयाबी तब हाथ लगी जब मुनियाद के यूएई में होने की सूचना एजेंसी के हाथ लगी। सीबीआई ने तत्काल प्रभाव से लोकल एजेंसियों और इंटरपोल की मदद से मुनियाद को यूएई में गिरफ्तार किया। जयपुर हवाई अड्डे पर इसे एनआईए के हवाले कर दिया गया।