पंजाब में सबसे अधिक मेडिकल लापरवाही
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के आंकड़ों के अनुसार मेडिकल लापरवाही की सबसे अधिक शिकायतें पंजाब में 24 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 17 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 16 प्रतिशत और तमिलनाडु में 11 प्रतिशत दर्ज की गई हैं। अध्ययन में यह पाया गया है कि सर्जिकल प्रक्रियाओं में जरूरी नहीं कि अक्षमता या अज्ञानता से मरीज की मौत हो। बल्कि कई बार स्वास्थ्य देखभाल करने वाली टीमों के भीतर कम्यूनिकेशन गैप या फिर समन्वय अंतराल से मौत हो जाती हैं।
मेडिकल जॉर्गन से शिकायत करने में मुश्किल
अध्ययन के दौरान यह भी सामने आया है कि शिकायत करने के दौरान अधिकांश लोग मेडिकल और लीगल टर्मिनोलॉजी को समझने से जूझते हैं। इस कारण पीड़ित को मेडिकल प्रोफेशनल्स से बात करने और अपने अधिकार समझने में दिक्कत होती है। साथ ही अधिकांश पीड़ित शिकायत करने में सबसे बड़ी दिक्कत जरूरी उपचार के दस्तावेज और सबूत जुटाने में करते हैं, जो कि प्रायः अस्पताल और डॉक्टर के पास ही होते हैं। गौरतलब है कि मेडिकल लापरवाही की शिकायत राज्य की मेडिकल काउंसिल के सामने दो साल के अंदर ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से की जा सकती है।
भारत में मेडिकल लापरवाही के मामले सबसे अधिक
मेडिकल लापरवाही के सबसे अधिक मामले भारत में दर्ज किए जाते हैं। भारत के बाद सबसे अधिक मामले अमरीका में सामने आते हैं। दुर्भाग्य यह है भारत में ये आंकड़े ट्रेक नहीं किए जाते। लेकिन भारत में शिकायतें अधिक आने का एक कारण यह भी है कि इसकी कोई लागत नहीं होती। भारत में शिकायत बढ़ने का एक कारण डॉक्टर्स में परस्पर बढ़ती प्रतिस्पर्धा भी है, जिससे वे अपने साथी की आलोचना करने से पीछे नहीं रहते। लेकिन इसके कारण आम जन और डॉक्टर्स के बीच संबंध व्यापक रूप से बिगड़ते हैं। -डॉक्टर नरेंद्र रूंगटा, इंटेंसिव केयर एक्सपर्ट