परिणाम में गड़बड़ी का लगाया आरोप
अभ्यर्थियों का आरोप है कि 2019 में भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया। आंदोलन के बाद 2021 में परीक्षा आयोजित हुई थी। जिसका रिजल्ट जारी किया गया। उम्मीदवारों ने इनके परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे है। छात्रों का आरोप है कि जब विज्ञापन निकाला गया था तब एक चरण में परीक्षा लेने के लिए कहा गया था, अब दूसरे चरण की परीक्षा की तिथि निकाली गई है।
मंत्रालय ने दी थी सफाई
अभ्यर्थियों द्वारा विरोध करने पर रेल मंत्रालय ने बीते दिनों सफाई भी दी थी। रेल मंत्रालय ने कहा गया है कि यह कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया था कि दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी 2) के लिए सात लाख अलग-अलग उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि दूसरे चरण में पांच अलग-अलग स्तरों की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) होती है और इसमें एक उम्मीदवार को पात्रता, योग्यता और विकल्प के अनुसार एक से अधिक स्तरों के लिए चयनित किया जा सकता है।
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अभ्यर्थियों ने किया रेलवे ट्रैक जाम, कई ट्रेनों का परिचालन रद्द
सैकड़ों छात्र पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंच गए और जमकर हंगामा करते हुए रेल पटरी जाम कर कर रहे है। छात्रों को हटाने के लिए जिला प्रशासन बातचीत करने की कोशिश में जुटा है। इधर, छात्रों के प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों के परिचालन को रद्द कर दिया गया या उनके मार्ग में परिवर्तन कर चलाया जा रहा है। सैकड़ों अभ्यर्थी राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंच गए और रेलवे पटरी पर लेट गए। बीते दो दिन से छात्र जमकर नारेबाजी कर रहे।
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