मेरे PS का नाम घसीटने से कुछ नहीं होगा पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रदेश में सरकार उनकी, केंद्र में सरकार उनकी, जांच एजेंसी उनकी, तो फिर क्या है। अगर किसी का नाम आ रहा है, तो उसे बुलाकर पूछताछ करनी चाहिए, इसमें दिक्कत क्या है। मैं तो खुद कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री उससे पूछताछ कर लें। पेपर लीक मामले में उनके पीएस का नाम घसीटने से कुछ नहीं होगा।
कौन हैं प्रीतम कुमार प्रीतम कुमार (उम्र- 52 साल) बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। अगस्त 2022 में उन्हें नई पदस्थापना मिली और तेजस्वी यादव का निजी सचिव (सरकारी) बनाया गया। प्रीतम के पिता का नाम सुभाष चंद्र निराला है। वे बिहार के मुंगेर के रहने वाले हैं।
किसी का नाम घसीटने से कोई फायदा नहीं होने वाला उन्होंने उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा को अज्ञानी बताते हुए कहा कि उन्हें जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। हम लोग तो इसके खिलाफ मई से आवाज उठा रहे हैं। इस मामले में मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाना है। आखिर इसका किंगपिन कौन है? जो भी मामला है, वह आज नहीं तो कल सबको पता चल जाएगा। किसी का नाम घसीटने से किसी को कोई फायदा होने वाला नहीं है। उन्हें यह बताना चाहिए कि अमित आनंद और नीतीश कुमार कौन हैं? आखिर यही तो किंगपिन हैं। उनको कोई बचाने में क्यों लगा है?
डिप्टी सीएम ने लगाए थे गंभीर आरोप उन्होंने कहा कि बीपीएससी की तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हुआ था, अब पकडे़ गए लोग जमानत पर घूम रहे हैं। इससे पहले गुरुवार को उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा था कि पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी सिकंदर यादवेंदु का संबंध तेजस्वी यादव के आप्त सचिव प्रीतम कुमार से है। यही नहीं इस शख्स के घनिष्ठ संबंध लालू परिवार से भी हैं।