बृजभूषण शरण सिंह का छलका दर्द, पूर्व सांसद ने अपने रिटायरमेंट को लेकर कही ये बड़ी बात
Brij Bhushan Sharan Singh: बृजभूषण शरण सिंह ने कहा मुझे जबरदस्ती रिटायर किया गया, लेकिन जनता नहीं चाहती थी। उन्होंने मंच से शायरना अंदाज में कहा कि ‘झूठों के शहर में मैं सच बोल बैठा, वो नमक का शहर था, मैं जख्म खोल बैठा।
Brij Bhushan Sharan Singh: कैसरगंज से बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का एक बार फिर लोकसभा में टिकट नहीं मिलने के दर्द छलका है। गोंडा के कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र में पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने रिटायरमेंट को लेकर भाजपा पर खीझ निकाली है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे जबरदस्ती रिटायर किया गया, लेकिन जनता नहीं चाहती थी। उन्होंने मंच से शायरना अंदाज में कहा कि ‘झूठों के शहर में मैं सच बोल बैठा, वो नमक का शहर था, मैं जख्म खोल बैठा।’
‘जबरदस्ती रिटायर कर दिया’
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा कि चलिए कोई बात नहीं बढ़िया चल रहा है आनंदमय चल रहा है, हमें तो जरबदस्ती रिटायर कर दिया। जनता नहीं चाहती थी कि मैं रिटायर होऊं। डेढ़ घंटे एक्सरसाइज करते है रिटायर कर दिया। चलो भगवान को मंजूर था रिटायर कर दिया, कोई बात नहीं।
8 जनवरी को है जन्मदिन
बता दें कि पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का 8 जनवरी को जन्मदिन है। लेकिन जन्मदिन से पहले कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसी बीच गोंडा के कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र में कंबल वितरण का कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद शरण सिंह पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर अपनी खीझ निकाली थी। कंबल वितरण कार्यक्रम में हजारों लोगों के बीच कंबल का वितरण किया गया। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी ने भले ही उनको टिकट नहीं दिया, लेकिन वह जनता की पूरी तरह से सेवा करेंगे।
लोकसभा चुनाव में नहीं मिला था टिकट
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट समेत कई खिलाड़ियों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने मोर्चा खोला था। इसके बाद बीजेपी ने कैसरगंज से उनका टिकट भी काट दिया था। हालांकि पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे भूषण सिंह को टिकट दिया था और वे चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे थे।
क्या है सियासी मायने?
बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के इस बयान के बाद सियासी कयास लगाए जा रहे हैं कि वे एक बार फिर से राजनीति में एक्टिव हो गए है। क्योंकि वे कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले रहे हैं। बता दें कि भाजपा में आने से पहले बृजभूषण शरण सिंह सपा में भी रह चुके हैं। महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद उन्हें बीजेपी ने इस बार कैसरगंज से टिकट नहीं दिया था। पिछले दिनों उन्होनें कहा था कि उनका कुश्ती संघ में अभी भी कब्जा है और उनका ही आदमी वहां पर अध्यक्ष है। इस बयान के बाद कांग्रेस नेता विनेश फोगाट ने उन पर निशाना साधा था। बृजभूषण शरण सिंह ने एक विवादित बयान दिया था, देखिए उस विवादित बयान को…
विवादों से रहा है नाता
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का विवादों से नाता रहा है। भले ही महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाना हो या फिर रांची में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में एक पहलवान को थप्पड़ मारना हो। वहीं फरवरी 2022 में चुनाव प्रचार के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने असदुद्दीन ओवैसी को लेकर भी बयान दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ओवैसी हमारा मित्र है, वह पुराना क्षत्रिय है और भगवान राम का वंशज है।