2 जनवरी से बैठे भूख हड़ताल पर
आपको बता दें कि पहले, पुलिस ने किशोर को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी थी, क्योंकि वह गांधी मैदान में निषिद्ध क्षेत्र में बैठे थे। निष्कासन प्रक्रिया के दौरान, पुलिस ने कथित तौर पर किशोर को थप्पड़ मारा। वह पांच मुख्य मांगों को लेकर 2 जनवरी से भूख हड़ताल पर थे।हाई लेवर जांच और बेरोजगारी भत्ता की मांग
पांच मांगों में 70वीं बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं की हाई लेवर जांच और 2015 में 7 निश्चय के तहत किए गए वादे के मुताबिक 18 से 35 साल के बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जाना शामिल है। यह भी पढ़ें
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दोषियों पर हो कार्रवाई
अन्य मांगों में पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितताओं और पेपर लीक की जांच पर श्वेत पत्र जारी करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई। 29 दिसंबर को पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। अंतिम मांग में यह भी शामिल है कि बिहार के युवाओं को दी जाने वाली सरकारी नौकरियों में कम से कम दो-तिहाई हिस्सा सुनिश्चित करने के लिए एक अधिवास नीति लागू की जानी चाहिए।Hindi News / National News / BPSC Protest, Prashant Kishor Arrest: प्रशांत किशोर को पुलिस ने थप्पड़ मारा, जबरन उठा ले गई- जन सुराज का आरोप