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दिल्ली में सभी सातों सीटों पर जीती बीजेपी, इन 6 कारणों से पिछले बार के मुकाबले कमजोर रहा प्रदर्शन

Delhi Lok Sabha Election Result 2024 : दिल्ली में सभी सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव परिणाम के मुकाबले इस बार बीजेपी का प्रदर्शन कम रहा।

नई दिल्लीJun 08, 2024 / 07:39 am

Shaitan Prajapat

Delhi Lok Sabha Election Result 2024 : दिल्ली में सभी सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है। इस जीत का मतलब है कि बीजेपी ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर विजय हासिल की है। इस तरह की जीत आमतौर पर पार्टी की मजबूत स्थिति और मतदाताओं के बीच उनके प्रति समर्थन को दर्शाती है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव परिणाम के मुकाबले इस बार बीजेपी का प्रदर्शन कम रहा। धुर विरोधी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली में इस बार मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन इसके बावजूद बीजेपी का विजय रथ रोक नहीं पाए।

दिल्ली में सातों सीटों पर बीजेपी को मिला समर्थन

बीजेपी द्वारा इन सभी सीटों पर जीत दर्ज करने का मतलब यह हो सकता है कि पार्टी ने दिल्ली में व्यापक समर्थन हासिल किया है और यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक उपलब्धि मानी जाएगी। चुनाव में ऐसे परिणाम बीजेपी की नीतियों, नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल का प्रमाण हो सकते हैं।
1 चांदनी चौक
2 पूर्वी दिल्ली
3 नई दिल्ली
4 उत्तर पश्चिमी दिल्ली
5 पश्चिमी दिल्ली
6 दक्षिण दिल्ली
7 उत्तर पूर्वी दिल्ली

बीजेपी का वोट शेयर घटा

इस बार बीजेपी का वोट शेयर 54.4 प्रतिशत रहा है। यह साल 2019 से 2.3 फीसदी कम है। वहीं विपक्ष दलों की बात करें तो आप और कांग्रेस का मिलकर 43.1 प्रतिशत वोट शेयर रहा। बीजेपी की दिल्ली में सबसे बड़ी जीत नॉर्थ वेस्ट सीट पर रही।

चांदनी चौक सीट पर प्रवीण खंडेलवाल

दिल्‍ली की सबसे पुरानी सीटों में शुमार चांदनी चौक पर बीजेपी ने प्रवीण खंडेलवाल को टिकट दिया था। प्रवीण खंडेलवाल ने कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल को 89,325 वोटों से हराया है। प्रवीण को कुल 5,16,496 और जय प्रकाश को कुल 4,27,171 मत मिले है।

पूर्वी दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा

दिल्ली की इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने हर्ष मल्होत्रा को उतारा है। हर्ष ने आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार (मोनू) को 93,663 मतों से हराया है। हर्ष मल्होत्रा को कुल 6,64,819 और कुलदीप कुमार को कुल 5,71,156 वोट मिले है।

नई दिल्ली से बांसुरी स्‍वराज

नई दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी की बांसुरी स्‍वराज ने आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती को 78,370 वोट से हराया है। बांसुरी स्‍वराज को कुल 4,53,185 वोट मिले हैं। वहीं, सोमनाथ भारती के खाते में 3,74,815 गए है।

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से योगेंद्र चंदौलिया

दिल्ली में बीजेपी को सबसे बड़ी जीत नॉर्थ वेस्ट सीट पर मिली। इसी सीट से योगेंद्र चंदौलिया ने कांग्रेस के उदित राज को 2,90,849 वोटों से हराया। योगेंद्र चंदोलिया को कुल 8,66,483 और कांग्रेस के उदित को कुल 5,75,634 वोट हासिल हुए है।

साउथ दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूडी

दिल्ली की इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने रामवीर सिंह बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। रामवीर ने आम आदमी पार्टी के सही राम 1,24,333 मतों से पराजित किया है। रामवीर सिंह बिधूड़ी को कुल 6,92,832 और सही राम को कुल 5,68,499 वो​ट मिले है।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी

दिल्ली की उत्तर-पूर्वी सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मनोज तिवारी ने 1,38,778 मतों से जीत दर्ज की है। मनोज को कुल 8,24,451 और कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार को कुल 6,85,673 वोट मिल है।

बीजेपी का पिछले बार के मुकाबले कम प्रदर्शन

दिल्ली में सभी सातों सीटों पर बीजेपी की जीत के बावजूद, अगर पिछले बार के मुकाबले प्रदर्शन कम रहा है, तो इसका मतलब है कि बीजेपी ने पिछली बार की तुलना में कम वोट प्रतिशत या कम अंतर से जीत हासिल की है। इस प्रकार का प्रदर्शन चुनावी विश्लेषण में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक कारकों को दर्शाता है।

कम प्रदर्शन के संभावित कारण

पिछले बार के मुकाबले कम प्रदर्शन से बीजेपी की चिंता बढ़ गई है। ऐसे परिणाम पार्टी के लिए आत्मविश्लेषण का मौका होते हैं, ताकि वे समझ सकें कि किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है और आगामी चुनावों के लिए किस प्रकार की रणनीतियां बनाई जानी चाहिए।
वोट प्रतिशत में गिरावट:
बीजेपी ने सीटें तो जीतीं, लेकिन वोट प्रतिशत में गिरावट आई हो सकती है, जिसका मतलब है कि विरोधी दलों ने भी अपना समर्थन बढ़ाया है।

कम मार्जिन:
जीत का मार्जिन कम हो सकता है, यानी बीजेपी उम्मीदवारों ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से कम अंतर से जीत हासिल की है।
स्थानीय मुद्दे:
दिल्ली में स्थानीय मुद्दों का प्रभाव चुनाव परिणामों पर पड़ सकता है, जैसे कि पानी, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं आदि। अगर बीजेपी इन मुद्दों पर जनता की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर पाई होगी, तो इसका असर वोटिंग पर पड़ा होगा।
विपक्षी दलों की मजबूती:
आम आदमी पार्टी (AAP) या कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों ने मजबूत चुनाव प्रचार किया हो सकता है, जिससे उनका वोट शेयर बढ़ा हो।

वोटर टर्नआउट:
पिछले चुनावों की तुलना में वोटर टर्नआउट में कमी या बदलाव भी प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। अगर बीजेपी के पारंपरिक वोटर कम संख्या में मतदान करने आए होंगे, तो इसका असर परिणामों पर पड़ा होगा।
सत्ता विरोधी लहर:
केंद्र या राज्य सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर भी प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है।

2019 लोकसभा का परिणाम

2019 के दिल्ली लोकसभा चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सभी सातों सीटों पर जीत दर्ज की थी। यह जीत बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, क्योंकि उन्होंने दिल्ली में पूरी तरह से अपना दबदबा बनाए रखा। 2019 के चुनाव परिणामों ने बीजेपी की दिल्ली में मजबूत पकड़ को साबित किया, और उनके नेतृत्व तथा नीतियों के प्रति जनता के समर्थन को भी दिखाया।
चांदनी चौक: डॉ. हर्षवर्धन (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
पूर्वी दिल्ली: गौतम गंभीर (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
नई दिल्ली: मीनाक्षी लेखी (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
उत्तर पश्चिमी दिल्ली: हंसराज हंस (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
पश्चिमी दिल्ली: प्रवेश वर्मा (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
दक्षिण दिल्ली: रमेश बिधूड़ी (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
उत्तर पूर्वी दिल्ली: मनोज तिवारी (बीजेपी) ने जीत दर्ज की।
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