नीतीश अपनी पार्टी के लिए बोझ बन चुके हैं
आगे नीतीश पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा- अब नीतीश का समय जा चुका है। उनका वोट ट्रांसफर करने की क्षमता खत्म हो चुकी है। वो खुद अपनी पार्टी के लिए एक बोझ बन गए हैं। नीतीश कुमार घबराहट में हैं इसीलिए 13- 14 साल में पहली बार एक-एक विधायाक को बुलाकर बात कर रहे हैं और पार्टी नेताओं के संग बैठकें बुला रहे हैं।
नीतीश कुमार अब तेजस्वी यादव को बिहार के सीएम के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। इसलिए सबसे मिल रहे हैं, क्योंकि जानते हैं कि पार्टी में नाराजगी बढ़ती जा रही है। ऐसे में पार्टी बिखर न जाएं इसलिए ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं।
नीतीश फिर अपने नेताओं से मिल रहे
बता दें कि कुछ दिन पहले हीं नीतीश कुमार ने पार्टी के तमाम सांसदों और विधायकों से मुलाकात की थी, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। अब फिर नीतीश उसी मुलाकात की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज पार्टी के पूर्व लोकसभा और राज्यसभा एमपी के साथ-साथ पूर्व MLA और पूर्व MLC को भी अपने सरकारी आवास में एक-एक करके मुलाकात के लिए बुलाया। इन मुलाकातों को लेकर बिहार में सियासी हलचल भी तेज हो गई है कि अब नीतीश कुमार क्या करने वाले हैं?