5 अगस्त 2022 को JDU से दिया था इस्तीफा
बता दें कि आरसीपी सिंह ने 5 अगस्त 2022 को जेडीयू से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्होंने 11 मई 2023 को दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता ली थी। बीजेपी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया था। लेकिन अब बीजेपी में उचित स्थान नहीं मिलने के कारण वे काफी समय से नाराज चल रहे थे।
पटना में लगे ‘टाइगर जिंदा है’ के पोस्टर
पटना में आरसीपी के समर्थकों ने पोस्टर भी लगाए हैं। इन पोस्टरों में टाइगर जिंदा है और टाइगर रिर्टन लिखा है। गौरतलब है कि जेडीयू के एनडीए में रहने से वे बीजेपी में साइडलाइन हो गए थे। जिससे आरसीपी सिंह नाराज चल रहे थे।
JDU ने लगाया था भ्रष्टाचार के आरोप
आरसीपी सिंह पर 2022 में जेडीयू ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। जेडीयू के कार्रवाई का आधार उनकी और उनके घरवालों की संपत्ति वृद्धि बताई गई थी। उनके अनुसार आरसीपी और उनके घरवालों ने 2013 से 2022 तक नालंदा जिले में अस्थवां और इस्लामपुर में करीब 40 बीघा जमीन खरीदी थी। इसके अलावा कई और जिलों में भी उनकी संपत्ति होने की बात कही गई थी।
‘बिहार के विकास के लिए करना चाहते हैं काम’
आरसीपी सिंह ने कहा कि वह बिहार के विकास के लिए काम करना चाहते हैं। बीजेपी तो क्या अभी किसी भी पार्टी में कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान नहीं है। बीजेपी में फिलहाल सदस्यता अभियान चल रहा है लेकिन अभी उन्होंने अपनी सदस्यता रिन्यू नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि समर्थकों की राय है कि उन्हें नई पार्टी बनानी चाहिए।