केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर विपक्षी पार्टियों का गठबंधन इंडिया बन जाता है तो क्या ये देश का नाम बदल देंगे। देश तो किसी एक पार्टी का नहीं है। उन्होने प्रश्न किया कि कल को अगर इंडिया एलायंस ने अपना नाम ‘भारत’ रख लिया तो क्या ये देश का नाम बीजेपी कर देंगे?
उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को भी सियासी शिगूफा बताते हुए कहा कि जिस दिन इंडिया गठबंधन की बैठक हुई, उस दिन इन्होंने देश का ध्यान भटकाने के लिए ‘‘वन नेशन-वन इलेक्शन का एक शिगूफा छोड़ दिया। क्या इससे महंगाई-बेरोजगारी कम हो जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि अभी बार बार चुनाव होने से भाजपा नेताओं को जनता के बीच जाना पड़ता है और बताने के लिए कुछ काम करना पड़ता है। वन नेशन वन इलेक्शन हो गया तो ये पांच साल में एक बार शक्ल दिखाएंगे।
इससे पहले राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इंडिया की जगह भारत नाम किया जाना संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर का अपमान है। मोदी सरकार आरएसएस के इशारे पर चल रही है। पिछले दिनों आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इंडिया को हटाकर भारत शब्द के इस्तेमाल की बात कही थी और मोदी सरकार ने इस पर अमल करना शुरू कर दिया। इंडिया गठबंधन से भाजपा इतना घबरा गई है कि संविधान से ही इंडिया शब्द को ही हटाने की कोशिश की जा रही है।