यह मामला सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड से जुड़ा हुआ है। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। इस हत्याकांड मामले में महिला, जिसका नाम बादामी देवी है, एक अहम गवाह है। CBI द्वारा 24 मई को कोर्ट में बादामी देवी को मृत बताते हुए रिपोर्ट दाखिल किया गया था। इस बात की जानकारी जब बादामी देवी को मीडिया के माध्यम से मिली तो वह काफी दुखी हुई।
शुक्रवार को 80 वर्षीय बादामी देवी अपने संबंधी के साथ सीधे कोर्ट के जज के पास पहुंचकर बोली, “हुजूर-मैं जिंदा हूं। मुझे CBI वालों ने मृत घोषित कर दिया है। इसके बाद मैं आपके सामने आई हूं।” महिला ने कोर्ट को अपना आईकार्ड, पैन कार्ड, वोचर आई कार्ड भी दिखाया। महिला के सामने आने के बाद कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए CBI से जवाब मांगा है।
आपको बता दें, बादामी देवी वहीं महिला हैं जिसके घर पर आरोपी कब्जा करने की फिराक में थे। पत्रकार राजदेव रंजन इसे लेकर लागातार आवाज उठा रहे थे। इसी बात को लेकर आरोपी लड्डन मियां समेत अन्य ने तय किया था कि पत्रकार की हत्या के बाद ही घर पर कब्जा हो सकता है। इसके बाद आरोपियों ने 13 मई 2016 को सीवान के स्टेशन रोल में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अब कोर्ट ने CBI को शोकॉज नोटिस जारी किया है। वरिष्ठ अधिवक्ता शरद सिन्हा ने CBI पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह महज लापरवाही ही नहीं, CBI की कोई साजिश हो सकती है। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी अगर इस तरीके से काम करेगी तो क्या होगा? उन्होंने कहा कि CBI ने गवाह से संपर्क तक नहीं किया और महिला को मृत घोषित कर दिया। तो वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए CBI से स्पष्टीकरण मांगा है, अब इस केस की सुनवाई 20 जून को होगी।