प्रज्ञान ऐसे करता है मिट्टी का विश्लेषण
चंद्रयान 3 के साथ गए प्रज्ञान रोवर के पास दो डिवाइस है जो मिट्टी का विश्लेषण करते हैं – पहला अल्फा कण एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर और दूसरा लेजर-प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोमीटर। इन दोनों डिवाइस ने लैंडिंग स्थल के पास की मिट्टी में सल्फर को खोजा है। पहले अनुमान था कि यहां बहुत कम मात्रा में सल्फर है, लेकिन प्रज्ञान ने जो डेटा दिया उसके बाद दुनियाभर के विज्ञानिकों की धारना बदली है।
कैसे हो सकता है इस्तेमाल
अमरीकी रिसर्च प्रोफेसर जेफरी ने अपने इसी लेख में लिखा कि लंबे समय से अंतरिक्ष एजेंसियां वहां अपना बुनियाद तैयार करना चाहती हैं।अब जो सल्फर वहां मिला है इसका इस्तेमाल एक संसाधन के तौर पर सौर सेल और बैटरी बनाने में किया जा सकता है। बता दें कि सल्फर आधारित उर्वरक और निर्माण के लिए कंक्रीट बनाते हैं। इससे बनाये गए कंक्रीट के कई फायदे हैं जैसे जहां नॉर्मल कंक्रीट ईंट को सूखने में हफ्ते या दस दिन का समय लगता है वहीं सल्फर वाली कंक्रीट कुछ ही घंटे में बेहद मजबूत हो जाती है। अब इसकी मदद से चांद पर बेस तो बन सकता है।