लोकसभा चुनाव में अब मुश्किल से 100 दिन से भी कम का वक्त बचा है। ऐसे में दूसरी पार्टियों के नेता लगातार भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस को महाराष्ट्र से उस वक्त बड़ा झटका लगा जब पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा पार्टी का साथ छोड़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना में शामिल हो गए। मिलिंद के जाने के बाद महाराष्ट्र के ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने पार्टी का साथ छोड़ दिया। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने भी लगे हाथ उन्हें राज्यसभा भेज दिया।
वहीं, अब अटकलें लगाई जा रही है कि 55 साल तक कांग्रेस में रहे और इंदिरा गांधी के तीसरे बेट कहे जाने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ और पार्टी के कई पूर्व व वर्तमान करीब 23 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, फरवरी में कांग्रेस समेत कई दलों के नेता पाला बदलकर भाजपा में जा सकते हैं। फिलहाल, दल बदल पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
कई पार्टियों के नेता भाजपा में होंगे शामिल
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि फरवरी के अंत तक कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी के कई सांसद और विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल कराके भाजपा विपक्षी दलों को मानसिक तौर पर कमजोर करना चाहती है।
पूर्व ही नहीं वर्तमान विधायक भी लाइन में
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्र ने कहा, ‘सिर्फ सांसद और विधायक ही नहीं, बल्कि हाल ही में चुने हुए विधायक भी भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार हैं।’ रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ सूत्र ने संकेत दिए हैं कि UPA सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके कांग्रेस के एक नेता ने रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी तरफ से अभी बातचीत शुरू नहीं हुई है।’
बसपा के दो सांसद हो सकते हैं भाजपा में शामिल
बताया जा रहा है कि बसपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे आजाद परिवार की लालगंज सांसद संगीता आजाद और आंबेडकर नगर सांसद रीतेश पांडे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, कांग्रेस के बड़े नेता रहे बाबा सिद्दीकी ने कुछ दिनों पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा की सहयोगी NCP में शामिल हो चुके हैं।