एक साल में कई बार बढ़ी प्लेटफॉर्म फीस
जोमैटो ने कहा कि प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी तात्कालिक फैसला है। यह फेस्टिव सीजन में ऑर्डर में उछाल को मैनेज करने के लिए किया गया। फीस अलग-अलग शहरो में अलग-अलग हो सकती है। दोनों कंपनियां एक साल में कई बार प्लेटफॉर्म फीस बढ़ा चुकी हैं। ग्राहकों को खाने की कीमत के साथ GST, रेस्टोरेंट चार्ज और डिलीवरी फीस के अलावा बढ़ी हुई प्लेटफॉर्म फीस भी चुकानी होती है। इससे ऑनलाइन खाना मंगाना पहले के मुकाबले महंगा हो गया है।
‘उसैन बोल्ट से तेज भाग रही है फीस…’
सोशल मीडिया पर कंपनियों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। लोग फैसले की आलोचन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि उसैन बोल्ट (जमैका के पूर्व धावक) से भी तेज है जोमैटो की बढ़ती प्लेटफॉर्म फीस। एक अन्य यूजर का कहना था, आपको अब लत लग चुकी है, इसलिए हमारा फर्ज है कि इसका पूरा फायदा उठाएं। खाते रहें और ऐप पे बटन दबाते रहें। हमारा अगला वेंचर हेल्थ केयर पे है। एक यूजर ने लिखा कि वे स्पष्ट रूप से त्योहारी सीजन का फायदा उठा रहे हैं। ये लोग अब प्रतिदिन 20 लाख से अधिक ऑर्डर संभालते हुए कैश बटोर रहे हैं।