आईएमए की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने की थी टिप्पणी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की याचिका की सुनवाई करते हुए सोमवार को जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच ने पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापन तत्काल बंद करने होंगे, इसके उल्लंघन को हम गंभीर मानेंगे।
अगर हम दोषी हैं तो मृत्युदंड के तैयार: रामदेव
योग गुरु स्वामी रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कहा कि अगर आप गलत प्रचार करेंगे तो आप पर जुर्माना लगाया जाएगा। हम SC का सम्मान करते हैं लेकिन हम कोई गलत प्रचार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम झूठे हैं तो हम पर 1000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाए और हम तो मृत्युदंड के लिए भी तैयार हैं लेकिन अगर हम झूठे नहीं हैं तो उन लोगों को दंडित किया जाए तो वास्तव में झूठा प्रचार कर रहे हैं। पिछले 5 वर्षों से रामदेव और पतंजलि को निशाना बनाकर दुष्प्रचार किया जा रहा है।
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