दरअसल, बकरीद के दिन सोमवार को गोपीनाथपुर गांव में एक व्यक्ति ने सड़क के किनारे गोवंशीय पशु की कुर्बानी दी थी। इसका कई लोगों ने विरोध किया तो दो समुदायों के लोगों के बीच मारपीट हो गई। पड़ोस के राज्य पश्चिम बंगाल के कृष्टोनगर के ग्रामीण भी विवाद में उलझ गए थे और दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ था। दोनों राज्यों की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रित की थी। इसी विवाद को लेकर मंगलवार को दूसरी बार गोपीनाथपुर गांव पर कई बम फेंके गए और फायरिंग की गई। हमले से घबराए गोपीनाथपुर के ग्रामीण घरों को छोड़कर भाग गए। पुलिस ने उपद्रवियों को काबू करने की कोशिश की, लेकिन इसके बावजूद उत्पात नहीं थमा।
एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश जारी है। पश्चिम बंगाल की पुलिस भी उपद्रवियों को खदेड़ने में जुटी है। पाकुड़ पुलिस का एक जवान घायल हुआ है। कुछ ग्रामीणों के भी घायल होने की बात कही जा रही है। हालांकि, इसकी पुलिस ने पुष्टि नहीं की है। एक घर में आग लगाई गई थी, जिसे बुझा दिया गया।