‘कई नामों को पहले भी संशोधित किया जा चुका है’
सीएम ने कहा कि यह निर्णय जिले के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करेगा। उन्होंने कहा कि हम धीरे-धीरे उन स्थानों के नाम बदल रहे हैं जिनका ऐतिहासिक उल्लेख या शब्दकोश अर्थ नहीं है। ‘कालापहाड़’ असमिया या बंगाली शब्दकोशों में नहीं आता है, न ही ‘करीमगंज’ स्थानों के नाम आमतौर पर भाषाई अर्थ पर आधारित होते हैं और ऐसे कई नामों को पहले ही संशोधित किया जा चुका है, जिसमें बारपेटा में भसोनी चौक जैसे कई गांव शामिल हैं।
‘कई और स्थानों का नाम भी बदला जा सकता है’
उन्होंने कहा कि करीमगंज का नाम बदलने से सांस्कृतिक संदर्भ सुरक्षित रहेगा, क्योंकि नए नाम का असमिया और बंगाली दोनों शब्दकोशों में अर्थ है। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम के इतिहास और भाषाई जड़ों को प्रतिबिंबित करने के लिए और अधिक स्थानों का नाम बदला जा सकता है।
कैबिनेट के फैसलों की दी जानकारी
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि असम कैबिनेट ने असम निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का फैसला किया है। पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अपनी सहमति दे दी है।