पीड़ित महिला काफी सभ्य थी सौगात भट्टाचार्या ने आगे बताया कि, महिला (पीड़ित) काफी सभ्य थी। दो जूनियर एयर होस्टेस ने उन्हें साफ किया। मैं वरिष्ठ परिचारिका के पास गया और उनसे दूसरी सीट देने के लिए कहा, उसने कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें कप्तान से अनुमति लेनी पड़ेगी।
व्यथित यात्री को शांत करने के लिए कुछ नहीं किया आरोपी शंकर मिश्रा के सहयात्री सौगात भट्टाचार्या ने बताया कि, उसके लिए एकमात्र विकल्प प्रथम श्रेणी में जाना था क्योंकि बिजनेस क्लास भरी हुई थी, उन्होंने (फ्लाइट क्रू) ने अपनी सीट को साफ किया और पेशाब की गंध वाली सीट पर कंबल रख दिए। वे शंकर मिश्रा की सीट दे सकते थे लेकिन उन्होंने व्यथित यात्री को शांत करने के लिए कुछ नहीं किया।
आरोपी नशे में धुत है, अब शराब नहीं परोसे अमेरिका में डॉक्टर सौगात भट्टाचार्या की सीट 8ए थी। और आरोपी शंकर मिश्रा बगल की सीट 8सी पर था। उन्होंने कहा कि, उसकी चाल-ढाल से लग रहा था कि वह नशे में धुत है। उसने मुझ से एक ही सवाल तीन बार पूछा कि, आपके बच्चे क्या करते हैं? यह हालात देख मैंने मेल अटेंडेंट से कहा कि, आरोपी नशे में धुत हो चुका है, इसलिए उसे अब शराब नहीं परोसी जानी चाहिए।
एक पीया हुआ आदमी, पीया हुआ आदमी होता है सौगात भट्टाचार्या ने यह कबूला कि, जब महिला पर पेशाब की घटना हुई तो वह उस वक्त सोए हुए थे। पर उसके बाद की हुई घटनाओं के वे प्रत्यक्षदर्शी हैं। उन्होंने कहा कि, एक पीया हुआ आदमी, पीया हुआ आदमी होता है। ऐसा आदमी अगर कोई क्राइम करे तो उसे पीड़ित से बात करवाने का कोई फायदा नहीं।
मैं परेशानी में पड़ गया हूं सौगात भट्टाचार्या ने कहा कि, घटना के बाद आरोपी सो गया था। जब वह उठा तो बहुत सौम्यता से बात करने लगा। उसने मुझसे कहा कि, ब्रो मुझे लगता हैं, मैं परेशानी में पड़ गया हूं। मैंने जवाब दिया ‘हां’।