300 रुपये तक कि जांच फ्री
एम्स द्वारा जारी आदेश के अनुसार, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 500 रुपये तक की जांच को मुफ़्त करने की मांग थी। हालांकि, केवल 300 रुपये तक की जांच के लिए लैब की फीस खत्म कर दिया है। इसका अर्थ है कि अब जांच के लिए लोगों को अधिक देर तक में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
एम्स में अब एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, हॉरमोन की सारी जांच, अधिकतर ब्लड जांच किडनी की फंक्शन की जांच के लिए 300 रुपये तक कि जांच मुफ़्त होगी। इससे मरीजों को जांच के लिए भारी शुल्क नहीं चुकाने पड़ेंगे।
एम्स द्वारा जारी आदेश के अनुसार, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 500 रुपये तक की जांच को मुफ़्त करने की मांग थी। हालांकि, केवल 300 रुपये तक की जांच के लिए लैब की फीस खत्म कर दिया है। इसका अर्थ है कि अब जांच के लिए लोगों को अधिक देर तक में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
एम्स में अब एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, हॉरमोन की सारी जांच, अधिकतर ब्लड जांच किडनी की फंक्शन की जांच के लिए 300 रुपये तक कि जांच मुफ़्त होगी। इससे मरीजों को जांच के लिए भारी शुल्क नहीं चुकाने पड़ेंगे।
जारी किये गयी बयान में कहा गया है कि ‘एम्स के प्रेसीडेंट ने तत्काल प्रभाव से एम्स अस्पताल और सभी केंद्रों में ₹ 300 तक की सभी जांचों/लैब शुल्कों को मरीजों के लिए खत्म कर दिया है।” ये निर्णय डॉ रणदीप गुलेरिया द्वारा उनके निर्देशन के पहले वर्ष के दौरान पहली बार प्रस्तावित किए जाने के लगभग पांच साल बाद आया है।
प्राइवेट वार्ड का शुल्क बढ़ा
प्राइवेट वार्ड में B category के कमरे का शुल्क 2 हजार रुपये से बढ़ाकर 3 हजार रुपये कर दिया गया है। वहीं, Delux कैटेगरी के कमरे का शुल्क3 हजार रुपये से बढ़ाकर करीब 6 हजार रुपये कर दिए हैं। स्पष्ट है कि एम्स में अब प्राइवेट वार्ड में इलाज करना महंगा हो जाएगा।
प्राइवेट वार्ड का शुल्क बढ़ा
प्राइवेट वार्ड में B category के कमरे का शुल्क 2 हजार रुपये से बढ़ाकर 3 हजार रुपये कर दिया गया है। वहीं, Delux कैटेगरी के कमरे का शुल्क3 हजार रुपये से बढ़ाकर करीब 6 हजार रुपये कर दिए हैं। स्पष्ट है कि एम्स में अब प्राइवेट वार्ड में इलाज करना महंगा हो जाएगा।