कृषि मंत्री 8 मई की दोपहर में नई दिल्ली से रवारा होकर रात को इजराइल पहुंचेंगे। 9 मई को सुबह इजराइल में ग्रीनहाउस एग्रीकल्चर एरिया का दौरा करेंगे। जिसके बाद वह, वहां नेटफिम क्षेत्र का भ्रमण करेंगे, जहां गन्ना और कपास के अलावा धान की खेती के लिए ड्रिप सिचाई के उपयोग सहित सूक्ष्म तथा स्मार्ट सिचाई प्रणाली अपनाई जा रही है। तो वहीं दोपहर में कृषि मंत्री इजराइल निर्यात एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग संस्थान का दौरा करेंगे।
शाम को इजराइली एग्रीटेक स्टार्टअप कंपनियों के साथ गोलमेज सम्मेलन में शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री श्री तोमर 10 मई को सुबह कृषि अनुसंधान संगठन, वोल्कानी का भ्रमण करेंगे, जहां पोस्ट-डॉक्टोरल फैलोशिप कार्यक्रम के भारतीय प्रतिभागियों से मुलाकात भी करेंगे। मंत्री तोमर दोपहर में ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग पर प्रदर्शन देखेंगे। इस दौरान कृषि मंत्री नेगेव रेगिस्तान में फार्म बनाकर सब्जी उगा रहे भारतीय मूल के किसान से मिलेंगे।
नरेंद्र सिंह तोमर नेगेव रेगिस्तानी क्षेत्र में भारतीय सब्जियों उगाने वाले भारतीय मूल के किसान के स्वामित्व वाले बेएर मिल्काओन में डेसर्ट फार्म का भ्रमण करेंगे। तो इसी दिन कृषि मंत्री की रेमत हानेगेव क्षेत्रीय परिषद के मेयर के साथ चर्चा होगी। इस दौरान कृषि विस्तार और फार्मर्स आउटरीच फॉर अप्लाईड रिसर्च पर रमत नेगेव कृषि अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों के साथ श्री तोमर के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा वार्ता की जाएगी।
11 मई को सुबह इजराइल के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओडेड फोरर के साथ मंत्री तोमर की बैठक उनके मंत्रालय में होगी, इसी दिन दोपहर श्री तोमर माशाव कृषि प्रशिक्षण-अध्ययन केंद्र का दौरा करेंगे। दौरे के अंत में तोमर इजरायली कृषि मंत्री के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का MASHAV के अंतर्राष्ट्रीय कृषि प्रशिक्षण केंद्र, शेफायम का दौरा करने का भी कार्यक्रम है। यह केंद्र कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में काम करता है।
आपको बता दें, इजराइल को विश्व में अपनी उन्नत तकनीक के लिए जाना जाता है। यह अपनी उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल कृषि क्षेत्रों में भी कर रहा है। इजराइल की खेती व्यवस्था दुनियाभर में एक मॉडल के तौर पर उभरी है। वैसे तो इजरायल अपनी कई परियोजनाओं के जरिए भारत को अपनी कुछ चुनिंदा तकनीकें देता रहा है, मगर अभी भी भारत को इजराइल से बहुत कुछ सीखना बाकी है।