अस्पताल निदेशक पहुंच रहे अस्पताल
अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को छुट्टी होने की वजह से अस्पताल के एडमिन ब्लॉक में मेल के बारे में देर से जानकारी मिली। मेल का पता चलते ही निदेशक से लेकर अन्य अधिकारी और चिकित्सक भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। जीटीबी अस्पताल में कोई भगदड़ न मचे और लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए मरीजों और तीमारदारों को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। फिलहाल पुलिस और बम स्क्वाड जांच कर रही है।
इन अस्पतालों को मिला धमकी भरा मेल:
- जीटीबी अस्पताल, दिलशाद गार्डन
- संजय गांधी अस्पताल, मंगोलपुरी
- जानकी देवी अस्पताल, शादीपुर
- बाड़ा हिंदू राव अस्पताल, मल्कागंज
- ESIC अस्पताल, बसई दारापुर
- जनकपुरी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, जनकपुरी
- एनसी जोशी मेमोरियल अस्पताल, करोल बाग
जांच में झूठी निकली धमकी दिल्ली पुलिस के अनुसार दोनों अस्पतालों में फिलहाल पुलिस, बम निरोधक टीमें (बीडीटी) मौजूद हैं। फिलहाल अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और सर्च ऑपरेशन जारी है। लेकिन दोनों अस्पतालों में बम से उड़ाने की धमकी की खबर के बाद कुछ समय के लिए हड़कंप मच गया. अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज डर गए।
कुछ दिनों पहले स्कूलों को भी ऐसी ही धमकी मिली थी पुलिस उपायुक्त (उत्तर) मनोज कुमार मीणा ने कहा, “बुराड़ी सरकारी अस्पताल में बम की धमकी के संबंध में एक ईमेल प्राप्त हुआ था। अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।” एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया, “अग्निशमन विभाग और अन्य संबंधित विभागों को भी अस्पतालों को मिले ईमेल के बारे में सूचित किया गया था।”ताजा धमकी राष्ट्रीय राजधानी में 100 से अधिक स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिलने के कुछ दिनों बाद आई है।