हसीना ने भारत आने के लिए मांगी थी इजाजत
जयशंकर ने कहा कि अल्पसंख्यकों की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी हमला किया, जिसके बाद हालात बिगड़े। विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि इस्तीफे के बाद शेख हसीना ने भारत आने की इजाजत मांगी थी।
भारत स्थिति पर नजर बनाए हुए है-एस.जयशंकर मंगलवार को राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, बांग्लादेश में जुलाई से हिंसा हो रही है। 21 जुलाई को वहां आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था। उसके बावजूद विरोध-प्रदर्शन होते रहे। 4 अगस्त को हालात बिगड़े। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमले किए। सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। 5 अगस्त को कफर्यू लगाया गया। उसके बावजूद सड़कों पर मार्च निकाला गया। आर्मी चीफ ने देश को संबोधित किया और शांति की अपील की। हमारी सरकार भारतीय समुदाय के संपर्क में है और अल्पसंख्यकों की स्थिति पर नजर रख रही है। हमारे बॉर्डर पर चौकसी बरती जा रही है और BSF को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। हम ढाका प्रशासन के संपर्क में है। भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। विदेश मंत्री ने बताया कि सरकार ने हसीना के साथ भी संक्षिप्त चर्चा की है।
8 हजार भारतीय छात्र भारत लौटें
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह जानकारी भी दी कि बांग्लादेश में 20 हजार भारतीय थे, जिसमें से ज्यादातर छात्र थे। सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद उसमें से 8 हजार छात्र भारत लौट आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है। वहां स्थिति लगातार बदल रही है और आगे जैसे-जैसे बदलाव होगा, सरकार उसके बारे में फिर से जानकारी देगी।
हसीना को कहां रहना है वो खुद तय करे-विदेश मंत्री शेख हसीना के बारे में बैठक में यह बताया गया कि उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए और उन्हें स्वयं ही यह फैसला करना है कि वह कहां जाना चाहती हैं। हालांकि हसीना अभी कुछ और दिन भारत में ही रहेंगी। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने बैठक में बांग्लादेश के राजनीतिक घटनाक्रम में बाहरी हाथ के बारे में सवाल पूछा था जिसके जवाब में बताया गया कि अभी इस बारे में बात करना जल्दबाजी है।