जस्टिस सप्रे कमेटी की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जमा
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने छह सदस्यीय कमेटी भी बनाई थी। और दो महीने के अंदर रिपोर्ट मांगी थी। 8 मई को कमेटी ने बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट सौंप दी। चीफ जस्टिस ने कहा, जस्टिस सप्रे कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। हम वीकेंड के दौरान इस रिपोर्ट को देखेंगे।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने छह सदस्यीय कमेटी भी बनाई थी। और दो महीने के अंदर रिपोर्ट मांगी थी। 8 मई को कमेटी ने बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट सौंप दी। चीफ जस्टिस ने कहा, जस्टिस सप्रे कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। हम वीकेंड के दौरान इस रिपोर्ट को देखेंगे।
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सुप्रीम कोर्ट ने सेबी के सेक्शन 19 का कोई उल्लंघन हुआ है या नहीं। इस बारे में दो माह में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था। और साथ ही इस बारे में भी जांच करने को कहाकि, क्या Adani Group के स्टॉक्स के भाव में किसी प्रकार की छेड़छाड़ की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी से कोर्ट की बनाई कमिटी को सभी प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराने का आदेश दिया था। पर सेबी का कहना है कि, दो महीनो में इसकी जांच पूरी नहीं की जा सकती और उसे इसके लिए छह महीने का समय चाहिए। जिसका याचिकाकर्ता विरोध कर रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट ने सेबी के सेक्शन 19 का कोई उल्लंघन हुआ है या नहीं। इस बारे में दो माह में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था। और साथ ही इस बारे में भी जांच करने को कहाकि, क्या Adani Group के स्टॉक्स के भाव में किसी प्रकार की छेड़छाड़ की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी से कोर्ट की बनाई कमिटी को सभी प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराने का आदेश दिया था। पर सेबी का कहना है कि, दो महीनो में इसकी जांच पूरी नहीं की जा सकती और उसे इसके लिए छह महीने का समय चाहिए। जिसका याचिकाकर्ता विरोध कर रहे थे।
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हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी 2023 को Adani Group के खिलाफ अपनी एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि, Adani Group की कंपनियां 80 प्रतिशत ओवर—वैल्यूड हैं। साथ ही आरोप लगाया गया था कि, Adani Group हेरफेर करके शेयरों के दाम बढ़ाता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद Adani Group के शेयरों के मूल्यों में भारी गिरावट देखने को मिली थी।
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी 2023 को Adani Group के खिलाफ अपनी एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि, Adani Group की कंपनियां 80 प्रतिशत ओवर—वैल्यूड हैं। साथ ही आरोप लगाया गया था कि, Adani Group हेरफेर करके शेयरों के दाम बढ़ाता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद Adani Group के शेयरों के मूल्यों में भारी गिरावट देखने को मिली थी।