दिल्ली विधानसभा में विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर खादी के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने भ्रष्टाचार किया, जब वह खादी के चेयरमैन थे। तीन दिन पहले मेरे पास एक फाइल आई और उस फाइल को पढ़ कर मैं दंग रह गया कि किस तरह से नोटबंदी के दौरान LG साहब 1400 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार में लिप्त थे। इसके साथ उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल के खिलाफ ED की रेड होनी चाहिए। ये मनीलांडिंग का मामला है, यह भ्रष्टाचार है। उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए जब तक जांच चले, उन्हें कोई अधिकार नहीं LG के पद पर बने रहने का। इसके बाद दुर्गेश पाठक ने उपराज्यपाल को पद से हटाने की मांग की।
विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि इस भ्रष्टाचार की जांच में लीपापोती की गई। उन्होंने कहा कि मैं दो कैसियर संजीव कुमार और प्रदीप यादव को सलाम करते हुए धन्यवाद देता हूं। इन लोगों ने अपनी जान पर खेलकर इस घोटाले का खुलासा किया। इसके बाद दुर्गेश पाठक ने कैसियर संजीव कुमार के बयान को पढ़ते हुए कहा कि खादी ग्राम उद्योग में पुरानी नोट बदलने का सिलसिला चला। विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह 1400 करोड़ से ज्यादा का भ्रष्टाचार है। दोनों कैसियर ने हर फौरम में शिकायत की, जिसके बाद जांच हुई और इन्ही दोनों कैसियर को सस्पेंड कर दिया गया।