तीन लोगों को गिरफ्तार किया दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए चार दिसम्बर को वोटिंग होगी। मतदान से पूर्व भाजपा, कांग्रेस और आप मतदाताओं का लुभा रहे हैं। इस बीच राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला तेज हो गया है। एसीबी ने बताया कि, कथिततौर पर आप विधायक त्रिपाठी के साले ओम सिंह और उसके साथियों त्रिपाठी के पीए शिव शंकर पांडे उर्फ विशाल पांडेय और प्रिंस रघुवंशी को गिरफ्तार किया था। एसीबी के डीसीपी मधुर वर्मा ने कहा, शिकायतकर्ता गोपाल खारी की पत्नी शोभा खारी को वार्ड नंबर 69, कमला नगर से एमसीडी चुनाव का टिकट देने के लिए, रिश्वत लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गोपाल खारी ने एसीबी में ‘शिकायत’ दर्ज कराई 14 नवंबर को दिल्ली के कमला नगर निवासी शिकायतकर्ता गोपाल खारी ने ‘शिकायत’ के साथ एसीबी से संपर्क किया कि वह 2014 से एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में आप से जुड़े हुए थे और 9 नवंबर को वह अखिलेश पति त्रिपाठी से मिले और अपनी पत्नी शोभा खारी के लिए पार्षद का टिकट सुरक्षित करने का अनुरोध किया। शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि, त्रिपाठी ने इसके लिए 90 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की।
आप की लिस्ट में पत्नी का नाम नदारद एसीबी अधिकारी ने कहा, गोपाल खारी ने उनके कहने पर त्रिपाठी को 35 लाख रुपए और राजेश गुप्ता (विधायक वजीरपुर) को 20 लाख रुपए की रिश्वत दी। गोपाल खारी ने त्रिपाठी को आश्वासन दिया कि टिकट मिलने के बाद शेष 35 लाख का भुगतान वह करेंगे। गोपाल खारी ने 12 नवंबर को आप के जारी लिस्ट देखी पर पत्नी का नाम नदारद था।
आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित एसीबी अधिकारी ने कहा, इसके बाद ओम सिंह ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और उसे आश्वासन दिया कि अगले चुनाव में उसे टिकट दिया जाएगा। उसने अपना पैसा (रिश्वत की राशि) वापस करने की भी पेशकश की। गोपाल खारी ने भुगतान और वापसी के दौरान अपने कथित सौदे की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिग भी पेश की। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की।
रंगे हाथ पकड़ा गया 15 और 16 नवंबर की दरमियानी रात को एसीबी की टीम ने गोपाल खारी के आवास पर जाल बिछाया, जहां आरोपी सिंह और उसके सहयोगी पांडेय और रघुवंशी जब रिश्वत की रकम वापस करने आए तो उन्हें स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में रंगे हाथों फंसा लिया गया। उन्हें मिले कुल 35 लाख में से 33 लाख रुपए मॉडल टाउन के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी की ओर से मिले।
मामले की जांच की है जारी अधिकारी ने कहा, 33 लाख रुपए की रिश्वत की राशि जब्त कर ली गई है। पूरे मामले का पता लगाने और इस संबंध में सबूत इकट्ठा करने के लिए मामले की आगे की जांच की जा रही है।