पुलिस ने बच्चे को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पहले मदरसे के प्राचार्य ने कहा था कि फफोले त्वचा की बीमारी के कारण पड़े, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि बच्चे की मौत की वजह कई अंदरूनी चोटें थीं, जो मारपीट के कारण आई थीं। पुलिस ने मदरसे के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ बच्चे के दोस्तों और मदरसे के दूसरे छात्रों से पूछताछ की तो राज खुला कि हत्या तीन नाबालिग लडक़ों ने की है, जो मदरसे में बच्चे से सीनियर थे। इनमें दो की उम्र 11 और एक की नौ साल है। पुलिस जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड कानून के तहत आगे कार्रवाई कर रही है।
क्राइम शो देखने के बाद सूझा आइडिया
जांच-पड़ताल में पता चला कि तीनों नाबालिगों ने टीवी पर क्राइम शो देखा था, जिसमें कुछ बच्चे मदरसे में छुट्टी के लिए एक बच्चे की हत्या कर देते हैं। इसके बाद उनके दिमाग में हत्या का आइडिया आया। मदरसे को बंद कर बच्चों को घर भेज दिया गया है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मदरसे के प्रबंधन को मामले की जानकारी थी या नहीं।
बस्ते में पिस्टल रख स्कूल पहुंचा बच्चा
दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में 10 साल के बच्चे के स्कूल बैग में पिस्टल मिलने से हडक़ंप मच गया। स्कूल में टीचर्स ने बैग में पिस्टल देख पुलिस को सूचना दी। जांच-पड़ताल में पता चला कि पिस्टल उसके पिता की थी, जिनका कुछ महीने पहले निधन हो चुका है। राहत की बात यह रही कि पिस्टल में मैगजीन नहीं थी। बच्चे की मां ने बताया कि बच्चा उसे खिलौना समझकर स्कूल ले आया। मां ने पिस्टल नजफगढ़ थाने के मालखाने में जमा करवा दी।