आग बुझाने के लिए कई दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। एनडीआरएफ, दमकल कर्मियों और पुलिस ने इमारत की तीसरी मंजिल पर फंसे कर्मचारियों को बचाया। घायलों को अनकापल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है, क्योंकि घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है। विस्फोट के समय कंपनी में लगभग 300 कर्मचारी मौजूद थे। विस्फोट इतना जोरदार था कि इमारत की पहली मंजिल का स्लैब ढह गया। पूरे इलाके धुआं छा गया, जिससे बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
विस्फोट से आसपास के गांवों में भी लोगों में अफरा-तफरी मच गई। हादसे के बाद कर्मचारियों ने कंपनी के बाहर एकत्र होकर पीड़ितों के लिए मुआवजे और लापरवाही के लिए अधिकारियों को सजा देने की मांग की। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने विस्फोट पर दुख जताया है। उन्होंने अनकापल्ली के जिला कलेक्टर से बात कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को घायलों के लिए अच्छे से अच्छा उपचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने भी अचुतापुरम सेज में रिएक्टर विस्फोट पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी प्रमुख ने सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि घायलों को अस्पतालों में सर्वोत्तम संभव चिकित्सा उपचार मिले। उन्होंने अधिकारियों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का भी आह्वान किया। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को पर्याप्त सहायता प्रदान करे।